धर्मगुरु
24 जनवरी को मौनी अमावस्या है। इस दिन न्याय के देवता शनिदेव मकर राशि में प्रवेश करेंगे। जिस कारण इस दिन का महत्व कई गुना बढ़ गया है। बताया जा रहा है कि लगभग 29 साल बद शनि खुद की राशि में आ रहे हैं।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, मौनी अमावस्या के दिन पुण्य और जप करना बहुत ही शुभ होता है। माना जाता है कि इस दिन गंगा स्नान करने से अश्वमेघ यज्ञ करने का समान फल प्राप्त होता है। कहा जाता है कि अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में शनि भारी है तो इस दिन कुछ चीजों का दान करने से उसकी समस्याएं दूर हो जाती है।
पौराणिक मान्यता के अनुसार, मौनी अमावस्या के दिन पितृगण पितृलोक से संगम में स्नान करने धरती पर आते हैं। यही कारण है कि इस दिन किया गया जप, तप, ध्यान, स्नान, दान यज्ञ हवन से कई गुना अधिक फल की प्राप्ति होती है। मान्यता है कि मौनी अमावस्या के दिन हर व्यक्ति को अपनी सामर्थ्य के अनुसार दान पुण्य करना चाहिए।
शनि को शांत करने के उपाय
अगर किसी की कुंडली में शनि खराब स्थिति में है तो शनिवार के दिन सुबह-शाम सरसों तेल का दीपक जलाकर शनि स्तोत्र का 11 बार पाठ करना चाहिए।
- मान्यता के अनुसार, जो भी शनिवार के दिन शनि स्तोत्र का पाठ करता है, उसे शनिदेव सताते नहीं हैं।
- मान्यता के अनुसार, शनिदेव मदिरा, मांस, झूठ, कपट और धोखा में वास करते हैं। ऐसे में इन चीजों से दूर ही रहें तो आपके लिए बेहतर होगा।
- खासकर शनिवार के दिन मास-मदिरा का सेवन करने से बचें। इसके अलावा खाना खाने के बाद लौंग चबाएं।
- माना जाता है कि शनि महाराज गरीब और कमजोर लोगों में वास करते हैं। ऐसे में इन लोगों को भूलकर भी नहीं सताना चाहिए।
मौनी अमावस्या के दिन इन चीजों का करें दान
पौराणिका मान्यताओं के अनुसार, हर महीने की अमावस्या पर दान करना चाहिए क्योंकि पुराणों में दान का विशेष महत्व बताया गया है। लेकिन इस बार 24 जनवरी को पड़ने वाली अमावस्या के दिन शनि राशि परिवर्तन कर रहे हैं, ऐसे में इस दिन दान का महत्व का कई गुना बढ़ गया है।