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उपमुख्यमंत्री सोनी ने कहा कि ओमिक्रॉन के बढ़ते मामलों को देखते हुए पंजाब में रात में कर्फ्यू लगाने की कोई योजना नहीं

चंडीगढ़, द अपील न्यूज ब्यूरो   

पंजाब के उपमुख्यमंत्री ओपी सोनी ने मंगलवार को कहा कि ओमिक्रॉन के बढ़ते मामलों को देखते हुए पंजाब में रात में कर्फ्यू लगाने की कोई योजना नहीं है। इस बीच, केंद्र सरकार की ओर से जारी कोविड संबंधी दिशा-निर्देश के तहत पंजाब में लागू बंदिशों को आगामी 31 जनवरी 2022 तक बढ़ा दिया गया है। सोनी ने कहा है कि पंजाब में फिलहाल ओमिक्रॉन का कोई एक्टिव केस नहीं है। सोमवार को कोविड-19 स्थिति की समीक्षा करते हुए, सोनी ने अधिकारियों को सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों (पीएचएससी), सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी) और ऑक्सीजन संयंत्रों को सक्रिय करने का आदेश दिया ताकि मरीजों की संभावित वृद्धि से निपटा जा सके। ओमिक्रॉन और कोरोना की संभावित तीसरी लहर के बीच संक्रमितों में आ रहे हल्के लक्षणों ने स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ा दी है। अब ऐसे संक्रमितों को अस्पताल में रखने के बजाय विभाग घरेलू एकांतवास की कार्ययोजना पर काम कर रहा है। स्वास्थ्य मंत्री ओपी सोनी ने ऐसे मरीजों पर नजर रखने के लिए अधिकारियों की टीमों को बनाने के निर्देश दिए हैं। साथ ही सभी जरूरी दवाएं और अन्य स्वास्थ्य सुविधाओं को मरीजों तक पहुंचाने की हिदायत दी है। उपमुख्यमंत्री ओपी सोनी विभाग के उच्चाधिकारियों को सरकारी और निजी अस्पतालों में बेडों की उपलब्धता संबंधी नियमित तौर पर जांच करने के निर्देश दे चुके हैं। चिकित्सकों की कमी न पड़े इसके लिए विभागीय स्तर पर डॉक्टरों के खाली पदों की बारीकी से समीक्षा करने के लिए कहा। उपमुख्यमंत्री ने सूबे के सभी पीएचसी, सीएचसी, एसडीएच (सब डिवीजनल अस्पतालों) में अपग्रेड करने के भी निर्देश दिए हैं। दूसरी लहर में होने वाली ऑक्सीजन की कमी के मामलों से सबक लेते हुए उपमुख्यमंत्री ने सभी ऑक्सीजन प्लांट शुरू करने को भी कहा है। इसके बाद सूबे के सभी प्लांटों में ऑक्सीजन का उत्पादन शुरू हो गया है। सोनी ने बताया कि वायरस की नई लहर में हलके लक्षण पाए जा रहे हैं और अधिकतर मामलों में अस्पताल में दाखिल होने की जरूरत नहीं है। इसलिए घरेलू एकांतवास में ही लोगों के इलाज संबंधी तैयारियों को प्राथमिकता देने को कहा है।

 

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