नई दिल्ली
उत्तर-पूर्वी दिल्ली के जाफराबाद और मौजपुर इलाकों में संशोधित नागरिकता कानून को लेकर हिंसक प्रदर्शन हुए। प्रदर्शनकारियों ने कम से कम दो घरों और दस गाड़ियों में आग लगा दी, जिससे तनाव और बढ़ गया है। इस हिंसक प्रदर्शन के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने केंद्र से गुहार लगाई। केजरीवाल ने ट्वीट किया, ‘दिल्ली के कुछ हिस्सों में शांति और सद्भाव में गड़बड़ी के बारे में बहुत परेशान करने वाली खबर है। मैं एलजी और केंद्रीय गृहमंत्री से कानून और व्यवस्था को बहाल करने का आग्रह करता हूं।’
बता दें कि उत्तर पूर्वी दिल्ली के इन इलाकों में सोमवार को लगातार दूसरे दिन सीएए समर्थक और विरोधी समूहों के बीच झड़पें हुईं। प्रदर्शनकारियों ने एक-दूसरे पर पथराव किया। इस हिंसक प्रदर्शन में एक पुलिसकर्मी की मौत हो गई। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े। पुलिस ने समूहों को शांत कराने के भी प्रयास किए।
Very distressing news regarding disturbance of peace and harmony in parts of Delhi coming in.
I sincerely urge Hon’ble LG n Hon'ble Union Home Minister to restore law and order n ensure that peace and harmony is maintained. Nobody should be allowed to orchestrate flagrations.— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) February 24, 2020
अधिकारियों के अनुसार प्रदर्शनकारियों ने इलाके में लगी आग बुझाते समय दमकल की एक गाड़ी को भी नुकसान पहुंचाया। दिल्ली मेट्रो ने इलाके में तनाव के बीच जाफराबाद और मौजपुर-बाबरपुर स्टेशनों पर प्रवेश और निकास द्वार बंद कर दिए।
डीएमआरसी ने ट्वीट किया, ‘जाफराबाद तथा मौजपुर-बाबरपुर मेट्रो स्टेशनों के प्रवेश एवं निकास द्वार बंद कर दिए गए हैं। इन स्टेशनों पर ट्रेनें नहीं रुकेंगी।’ जाफराबाद मेट्रो स्टेशन के प्रवेश और निकास द्वार पिछले 24 घंटों से बंद हैं।
संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ बड़ी संख्या में प्रदर्शन कर रहे लोगों ने रविवार को सड़क अवरुद्ध कर दी थी जिसके बाद जाफराबाद में सीएए के समर्थकों और विरोधियों के बीच झड़प शुरू हो गई थी। दिल्ली के कई अन्य इलाकों में भी ऐसे ही धरने शुरू हो गए हैं।
मौजपुर में भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने एक सभा बुलाई थी जिसमें मांग की गयी थी कि पुलिस तीन दिन के भीतर सीएए विरोधी प्रदर्शनकारियों को हटाए, इसके तुरंत बाद दो समूहों के सदस्यों ने एक-दूसरे पर पथराव किया, जिसके चलते पुलिस को आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े।