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कैप्टन के जन्मदिन पर बेरोजगार अध्यापकों ने मोती महल की तरफ किया रोष मार्च

पटियाला

टैट (टीचर इलीजिबिलिटी टैस्ट ) पास बेरोजगार बी.एड. अध्यापक यूनियन की तरफ से मोती-महल नजदीक राज्यस्तरीय प्रदर्शन किया गया। पुलिस की तरफ से वाई.पी.एस. चौक में बैरीकेड लगा कर बेरोजगार बी.एड. अध्यापकों को रोक लिया गया, परन्तु बैरीकेड आगे बेरोजगार अध्यापकों ने जमकर कर नारेबाजी की। इस दौरान आगे बढऩे के लिए धक्का-मुक्की भी हुई।

नेताओं ने कहा कि शिक्षा विभाग ने पिछले दिनों पंजाबी की 60, हिंदी की 40 और सामाजिक शिक्षा विषय की 52 पोस्टों का बार्डर-कॉडर आधारित विज्ञापन जारी करके सम्बन्धित विषयों के करीब 35 हजार टैस्ट पास उम्मीदवारों के साथ एक मजाक किया है। टैस्ट पास करने के बावजूद नौकरी का इंतजार करते हजारों उम्मीदवार भर्ती के लिए निर्धारित उम्र-सीमा निकलवा चुके हैं, परन्तु सरकार भर्ती के लिए उम्र-हद बढ़ा कर 37 से बढ़ा कर 42 साल करने से टालमटोल कर रही है। पीएच.डी., एम.फिल, बी.एड., एम.एड और टैट, नैट पास करने के बावजूद नौजवान सड़कों पर लाठियां खाने के लिए मजबूर हैं। गृह-जिलों से सैंकड़ों किलोमीटर दूर 10 हजार रुपए पर भर्ती करके पंजाब सरकार टैट पास उम्मीदवारों को आर्थिक और मानसिक संताप में धकेलना चाहती है।

टैट पास बेरोजगार बी.एड. अध्यापक यूनियन के प्रधान सुखविन्दर ढिल्लवां, जनरल सचिव गुरजीत कौर खेड़ी और प्रैस सचिव रणदीप संगतपुरा ने कहा कि बेरोजगार बी.एड. अध्यापकों को शिक्षा मंत्री विजयइन्दर सिंगला के शहर संगरूर में पक्का-धरना लगाए हुए 6 महीनों का समय हो गया है। 2 साल से पंजाब सरकार के खिलाफ संघर्ष कर रहे बेरोजगार बी.एड. अध्यापक 6 बार संगरूर में लाठीचार्ज का शिकार हो चुके हैं। 12 लाख नौकरियां बांटने के बयान देने वाले मुख्यमंत्री के पास यूनियन के साथ मीटिंग करने का भी समय नहीं है।

इस मौके पहुंचे अधिकारियों ने अध्यापकों को भरोसा दिलाया कि 12 मार्च को अध्यापकों के वफद की प्रिंसिपल सचिव के साथ बैठक करवाई जाएगी। इस मौके अध्यापक नेताओं ने कहा कि वे धरना नेहरू पार्क में जारी रखेंगे। अगर मीटिंग में कोई हल न हुआ तो संघर्ष और तेज किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि 2017 के विधान सभा चुनाव समय पर कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने घर-घर नौकरी और 2500 रुपए बेरोजगारी भत्ता देने का वायदा किया था। अब वायदे निभाने की बजाय पढ़े-लिखे नौजवानों को लाठीचार्ज करके दबाने की कोशिश की जा रही हैं। डैमोक्रेटिक टीचर्ज फ्रंट के राज्य प्रधान दविंदर पूनिया, राज्य के सीनियर उप प्रधान विक्रमदेव सिंह, आर्ट एंड क्राफ्ट टीचर्ज यूनियन के प्रधान गुरप्रीत सिंह और हरजिंदर झुनीर ने पंजाब सरकार के खिलाफ संघर्ष प्रति एकजुटता दिखाई। इस दौरान अलग-अलग किसान, मजदूर, नौजवान, विद्यार्थी और मुलाजिम जत्थेबंदियों के नेताओं ने बेरोजगार बी.एड. अध्यापकों का समर्थन किया।

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