बठिंडा. बठिंडा की सबसे पाश कालोनी ग्रीन सिटी में आर्थिक तंदी व कर्ज से परेशान एक ट्रेडर ने अपनी पत्नी व दो बच्चों सहित आत्महत्या कर ली। ग्रीन सिटी में 284 नंबर कोठी में किराये पर रहने वाले दविंदर गर्ग उम्र 41 साल ने मरने से पहले एक सुसाइड नोट भी लिखा है इसमें अपनी आर्थिक मदहाली के साथ लोगों से लिए उधार पैसे वापिस करने की स्थिति में मानसिक तौर पर परेशान रहने का जिक्र किया है। फिलहाल सूचना मिलने के बाद पुलिस के डीएसपी व आला अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर मामले की जांच शुरू कर दी है। मृतकों में ट्रैडर दविंदर गर्ग उम्र 41 साल, उनकी पत्नी मीना गर्ग उम्र 38 साल, बेटी अरुष गोयल उम्र 14 साल व बेटी मुस्कान गर्ग उम्र 10 साल शामिल है।
गौरतलब है कि 8 अक्तूबर 2020 को भी इसी तरह का मामला थाना दयालपुरा पुलिस ने दर्ज किया था । बठिंडा गांव हमीरगढ़ में एक दिल दलहाने वाली घटना हुई थी। गांव के रहने वाले 32 वर्षीय एक व्यक्ति ने अपने तीन छोटे व मासूम बच्चों की पहली हत्या की और उनके शवों को फंदे से लटका दिया। इसके बाद खुद भी फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली है। घटना का पता चलने पर गांव वालों ने घर का दरवाजा तोड़ा और मामले की जानकारी पुलिस को दी गई थी। घटनास्थल का जायजा लेने के बाद चारों शवों को पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल रामपुरा फूल पहुंचाया गया। इस घटना के बाद जहां पर पूरे गांव में सनसनी फैल गई , वहीं मासूम बच्चियों की मौत को लेकर शोक की लहर हैं। बच्चों की पहचान पांच वर्षीय बेटा प्रभजोत सिंह, तीन साल की बेटी खुशप्रीत कौर व सवा साल की बेटी सुखप्रीत कौर के तौर पर हुई। बताया जा रहा हैं मृतक की पत्नी लवप्रीत कौर की करीब डेढ़ माह पहले कैंसर के कारण मौत हो गई थी। पत्नी की मौत के बाद तीनों बच्चों के पालन पोषण करने की जिम्मेदारी आने के कारण वह काम नहीं कर पा रहा था, जिसके चलते वह मानसिक परेशान भी रहने लगा था। शायद इसी मानसिक परेशानी के चलते उसने यह कदम उठाया हैं। गांव वालों का कहना है कि मृतक बेअंत सिंह मेहनती व अनखी टाइप का व्यक्ति था। उसने कभी भी गांव के किसी भी व्यक्ति से एक रुपये उधार तक नहीं लिए।