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पंजाब / एनएचएआई पर फ्लाईओवर की गलत डिजाइनिंग का आरोप लगा विधायक धरने पर बैठे; जाम में फंसी एंबुलेंस

जालंधर धीरज गर्ग 

जालंधर में बुधवार को कांग्रेस विधायक राजेंद्र बेरी समर्थकों के साथ धरने पर बैठ गए। इनकी मांग है गलत ढंग से फ्लाईओवर की डिजाइनिंग करके पंजाब आर्मड पुलिस चौक का बंद किया गया रास्ता खोला जाए। धरने में पीएपी चौक इलाके के आसपास की कई कॉलोनियों के काफी लोग शामिल हुए। इस धरने के कारण ट्रैफिक जाम की स्थिति पैदा हो गई। साथ ही बताया जा रहा है कि एक नन्हे बच्चे को गंभीर हालत में अस्पताल लेकर जा रही एक एंबुलेंस भी जाम में फंसी हुई है।

नेशनल हाईवे ऑथोरिटी ऑफ इंडिया और केंद्र सरकार के खिलाफ नारे लगा रहे विधायक बेरी और अन्य प्रदर्शनकारियों का कहना है कि हाईवे ऑथोरिटी ने पीएपी फ्लाईओवर का गलत डिजाइन बनाया है, जिसके कारण लोगों को परेशानी हो रही है। रास्ता बंद किए जाने से वाहन चालकों को रामा मंडी से घूमकर अमृतसर जाना पड़ रहा है। पिछले पांच साल से पीएपी का रास्ता बंद किया गया है। इस रास्ते को खोला जाए और साथ ही नया रैंप बनाया जाए। इस दौरान पार्षद जसलीन सेठी ने कहा कि जिसने भी गलत डिजाइन बनाया है, उन अधिकारियों की सैलरी में से पैसे काटकर इसकी भरपाई की जाए।

सुस्त रफ्तार से चल रहा ड्रेन का काम 
विधायक बेरी ने कहा कि पीएपी से रामा मंडी तक बनाई जा रही ड्रेन का काम भी बहुत सुस्त रफ्तार से चल रहा है और यह लोगों की परेशानी बढ़ा रहा है। इससे दुर्घटना का खतरा भी बना हुआ है। विधायक ने कहा कि पीएपी वाला रास्ता बंद होने से ज्यादातर लोग गुरु नानक पुरा रोड की तरफ से जा रहे हैं। इससे इस रोड पर भी ट्रैफिक जाम की स्थिति बनी हुई है। इस कारण चौगिटी, कोट रामदास, गुरु नानक पुरा, बशीरपुरा, मोहन विहार के लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

प्रोजेक्ट डायरेक्टर को किया गया नोटिस जारी

पीएपी चौक से रास्ता बंद करने का मुद्दा एक दिन पहले मंगलवार को जिला शिकायत निवारण समिति की बैठक में भी उठा था। इसमें नेशनल हाईवे ऑथोरिटी से पीएपी चौक का रास्ता बंद करने पर जवाब तलबी करनी थी, लेकिन कोई भी अधिकारी मौजूद नहीं था। इसके चलते बैठक की अध्यक्षता कर रहे जिले के प्रभारी कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश सोनी ने नेशनल हाईवे ऑथोरिटी के प्रोजेक्ट डायरेक्टर को नोटिस जारी करने का ऑर्डर कर दिया। दूसरी ओर राजेंद्र बेरी धरने का ऐलान कर ही चुके थे।

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