धीरज गर्ग /नीरज मंगला जालंधर ।
पंजाब हेल्थ सिस्टम कारपोरेशन के राज्य के सबसे बड़े सिविल अस्पताल में मरीजों को होने वाली समस्याओं का सिलसिला थम नहीं रहा है। दूरदराज से जालंधर आने वाले मरीजों को बुधवार को सुबह ओपीडी पर्चियां बनवाने के लिए खासी परेशानियों का सामना करना पड़ा। अस्पताल में मुलाजिम कम और ड्यूटी ज्यादा होने कारण समस्या का समाधान होता दिखाई नहीं दे रहा है। अस्पताल के कंप्यूटर विंग के मुलाजिम छुट्टियों व त्योहारों में भी अपनी ड्यूटी निभाते रहें और अब उन्हें राहत मिलती नजर नहीं आ रही है।
अस्पताल में बुधवार को ओपीडी पर्ची तथा बिलिंग के लिए एक एक खिड़की ही खुली थी जिसकी वजह से मरीजों की लंबी लाइनें लग गई। सर्दी में मरीजों को ओपीडी पर्ची बनवाने के लिए खासा इंतजार करना पड़ा। बस्ती बावा खेल से आए एक मरीज जीत कुमार का कहना है कि वह सुबह 9 बजे अस्पताल में पहुंच गए थे और केवल एक ही खिड़की पर पर्चियां बन रही थी। उन्हें पर्ची बनवाने के लिए करीब आधा घंटा इंतजार करना पड़ा।
सिविल अस्पताल में बुजुर्गों, गर्भवती महिलाओं के लिए अलग से व्यवस्था की गई है। स्टाफ के सदस्यों कहना है कि अस्पताल में कंप्यूटर विंग के लिए 12 मुलाजिमों की जरूरत है और केवल 7 मुलाजिम है ड्यूटी पर तैनात हैं। अस्पताल प्रशासन दर्जा चार कर्मचारियों से कंप्यूटर का काम लेकर गाड़ी चला रहा है। कोरोना काल में समस्या विकराल होने के बाद उन्हें लंबी ड्यूटी करनी पड़ रही है। कई मुलाजिम दिन रात ड्यूटी कर रहे हैं, परंतु उन्हें आराम करने के लिए छुट्टी भी नहीं मिल रही।