बठिंडा
चीन के बाद अब कोरोना वायरस का खतरा भारत सहित दुनिया के अन्य देशों में पैर पसार रहा है। बठिंडा में वीरवार देर शाम कोरोना वायरस का एक संदिग्ध मरीज सिविल अस्पताल में दाखिल करवाया गया है। डॉक्टरों ने उसे आइसोलेशन वार्ड में रखा है। स्वास्थ्य विभाग की एक विशेष टीम ने संदिग्ध मरीज के सैंपल लेकर जांच के लिए पुणे भेज दिए हैं। इसकी रिपोर्ट आने के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी। फिलहाल, मरीज को डाक्टरों की एक विशेष टीम की निगरानी में रखा गया है और उसकी पूरी स्कैनिंग की जा रही है।
बताया जा रहा है कि संदिग्ध मरीज बठिंडा जिले के गांव सेमा का रहने वाला और कुछ दिन पहले ही वह मलेशिया से लौटा है। यहां पहुंचने पर अचानक उसकी तबयीत खराब होने लगी। पहले उसे खांसी-जुकाम हुआ, अब बुखार भी है। काेरोना वायरस के लक्षण होने के शक में वह वीरवार को सिविल अस्पताल पहुंचा। इसकी जानकारी अस्पताल के डाक्टरों द्वारा सेहत विभाग के उच्चाधिकारियों को दी गई, जिसके बाद उसे संदिग्ध मानकर सिविल अस्पताल में भर्ती कर सैंपल जांच के लिए पुणे भेज दिए गए। वहां से आगामी दो-तीन दिन में रिपोर्ट आने संभावना है
दूसरी तरफ बठिंडा सिविल अस्पताल प्रबंधन की तरफ से अब तक 190 ऐसे लोगों को निगरानी में रखा गया है, जो विदेश से बठिंडा आए है। इसमें 150 लोगों की रिपोर्ट में कोरोना की पुष्टी नहीं हुई है, जबकि 40 अन्य लोगों की जांच के लिए सैंपल भेजे गए हैं।
सिविल अस्पताल प्रबंधकों का कहना है कि कोरोना वायरस को लेकर स्वास्थ्य विभाग पहले ही अलर्ट पर है। बठिंडा में कोरोना का पहला संदिग्ध मरीज आया है व उसे सेहत विभाग रिपोर्ट आने तक निगरानी में रखेगा। अगर कोरोना वायरस की पुष्टि होती है तो मरीज के परिजनों के साथ उसके संपर्क में आए सभी लोगों के सैंपल लिए जाएंगे।
बठिंडा क्षेत्र में काेरोना वायरस का संदिग्ध मरीज मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है। विभाग के अधिकारी कोई रिस्क नहीं लेना चाहते है, इसलिए मरीज के अलावा उसके परिजनों की विशेष जांच पड़ताल की जा रही है। वैसे, स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना वायरस को लेकर हाई अलर्ट जारी करते हुए प्रदेश के सभी सिविल सर्जनों को इस बाबत तमाम प्रबंध करने की हिदायत दी है। वहीं, बठिंडा सिविल अस्पताल में डाक्टरों, स्टाफ के साथ-साथ साजोसामान की कमी है। ऐसे में इस वायरस को लेकर स्थानीय सेहत विभाग के पास कोई पुख्ता प्रबंध नहीं हैं।
स्वास्थ्य विभाग ने गाइडलाइंस जारी कर लोगों से एहतियात बरतने की अपील की है। तमाम सिविल सर्जनों से कहा गया है कि वह अपने जिले में चीन से आने वाले लोगों या कुछ दिन पहले आए लोगों का पता लगाकर उनकी अच्छी तरह से स्क्रीनिंग करें ताकि इस वायरस की चपेट में आए लोगों का पता लगाकर उनका समय पर इलाज शुरू किया जा सके और वायरस को फैलने से रोका जा सके। विभाग ने सिविल अस्पताल, सब डिवीजन अस्पताल, कम्युनिटी हेल्थ सेंटर, प्राइमरी हेल्थ सेंटर के सीनियर मेडिकल अफसरों व संबंधित पदाधिकारियों को एहतियात बरतने के निर्देश दिए हैं। सभी अस्पतालों में पहले से ही आइसोलेशन वार्ड व फ्लू कार्नर बनाकर रखने के निर्देश दिए गए हैं।
लोगों से एहतियात बरतने की अपील
- लोगों से भीड़भाड़ वाली जगहों पर जाने से परहेज करने की अपील की गई है।
- साफ-सफाई रखें और हाथों को अच्छी तरह से धोएं।
- खांसी, जुकाम, बुखार वाले मरीजों को घर पर ही आइसोलेट करने के लिए कहा गया है।
- लोगों से गले मिलने और और हाथ मिलाने से बचना चाहिए।
- अगर बीमारी ज्यादा दिखती है तो चिकित्सक से जांच करवानी चाहिए।
डाक्टरों की मानने तो यह वायरस जानवर से इंसान और फिर इंसान से इंसान में फैलता है। सहायक सिविल सर्जन बठिंडा डॉ. अनुपमा शर्मा ने बताया कि कोरोना वायरस के संदिग्ध मरीज की विशेष तौर पर स्क्रीनिंग भी करवाई जा रही है। सेहत विभाग की तरफ से कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है, जिसका समय सुबह 9 से शाम 5 बजे तक है। यदि किसी को इस बीमारी के संदिग्ध के बारे में पता चले तो टोल फ्री नं: 104 पर संपर्क कायम किया जा सकता है।
ये हैं कोरोना वायरस संक्रमण के लक्षण
- डब्ल्यूएचओ की गाइडलाइन के मुताबिक कोरोना वायरस संक्रमित व्यक्ति को जुकाम, खांसी, गले में दर्द, सांस लेने में दिक्कत, बुखार आदि हो सकता है।
- इसकी वजह से सीवियर एक्यूट रेस्पायरेटरी सिंड्रोम (एसएआरएस) होता है।
- इसमें फेफड़े में गंभीर किस्म का संक्रमण होता है।