आशीष शर्मा,बठिंडा
रेल यातायात फिर शुरू होने साथ जहां जिले में खाद की कमी पूरी होने लगी है, वही यहां भरे पड़े अनाज भंडार से अनाज की उठवाई भी शुरू हो चुकी है। जिससे जिले के किसान और व्यापारी वर्ग खुश नजर आ रहे हैं। यह जानकारी डिप्टी कमिशनर बी श्रीनिवासन ने सांझी की। इस संबंधित रेलवे विभाग के वक्ते से मिली जानकारी अनुसार गत दो दिनों बठिंडा में माल गाड़ीयों द्वारा जहां बाहर से खाद, कोयला और कलिंकर के रैक आए हैं, वही यहां से चावल के रैक बाहर भेजे गए हैं। वक्ते अनुसार बठिंडा से 24 नवंबर को 42 डिब्बों के एक रैक में 2655 टन चावल और 25 नवंबर को 58 डिब्बों के एक ओर रैक के द्वारा 3596 टन चावल बाहर भेजे गए और 42 डिब्बों के एक रैक में 2600 टन कोयला माल गाड़ीयों द्वारा यहां पहुंचा। 24 नवंबर को एनएफ.एल बठिंडा से 42 डिब्बों के एक रैक द्वारा 2661 टन खाद बाहर भेजी गई और 25 नवंबर को 58 डिब्बों के एक रैक के द्वारा 3500 टन कोयला यहां माल गाड़ी द्वारा आया। २४ को रामपुरा फूल से 42 डिब्बों के एक रैक में 2670 टन चावल बाहर भेजे गए और 42 डिब्बों के एक रैक में 2675 टन खाद यहां आई। इसी तरह 25 को 58 -58 डिब्बों के दो रैक 3364 -3364 टन खाद माल गाड़ी के द्वारा लेकर यहां पहुंचे। इसी तरह 24 को 58 डिब्बों के एक रैक में 3500 टन कोयला थर्मल प्लांट लहरा मोहब्बत में आया। इसी दिन अलट्राटैक लैहरा मोहब्बत में 58 डिब्बों वाले एक रैक में 3500 टन कलिंकर आया। 25 को 58-58 डिब्बों के दो ओर रेकों में 3500-3500 क्विंटल कलिंकर अलट्राटैक लैहरा मोहब्बत में माल गाड़ी द्वारा आया।