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स्टाफ, मशीनरी की कमी से जूझ रहा बठिंडा फायर ब्रिगेड

अनिल कुमार, बठिंडा । पिछले कुछ सालों में बठिंडा शहर का काफी विकास हुआ है। जिले में रिफाइनरी, एम्स, यूनिवर्सिटी जैसे बड़े संस्थान स्थापित किए गए हैं वहीं प्राईवेट बिल्डरों की ओर से शहर में कई मंजिला इमारतें भी तैयार की गई हैं जहां सैकड़ों लोग अपने परिवार के साथ रह रहे हैं। शहर में बढ़ रही आबादी और इसके साथ बढ़ते खतरे से निपटने के लिए बठिंडा फायर बिग्रेड के पास पुख्ता इंतजाम नहीं हैं। अगर बठिंडा शहर में आग की कोई बड़ी घटना होती है तो फायर ब्रिगेड उस पर काबू पाने में नाकाफी साबित हो सकता है जिसके पीछे बड़ा कारण फायर ब्रिगेड में स्टाफ तथा उपकरणों की कमी है।
इस बाबत जानकारी देते हुए फायर अफ्सर जसविंदर सिंह ने बताया कि फायर स्टेशन में स्टाफ और गाडिय़ों तथा अन्य उपकरणों की काफी कमी है जिस बाबत कई साल पहले डायरैक्टर पंजाब सरकार को सूचित भी किया जा चुका है परंतु इस कमी को पूरा नहीं किया गया है। उन्होंने बताया कि इस समय बठिंडा फायर स्टेशन में चार बड़ी गाडिय़ां, तीन छोटी गाडि़य़ां, एक ऐंबुलैंस, एक मोटरसाइकिल, एक टेलर पंप, एक जीप मौजूद हैं। अगर स्टाफ की बात करें तो पांच सब अफसर, 7 लीडिंग फायरमैन, 8 फायरमैन, 8 ड्राईवर मौजूद हैं जबकि 6 ड्राईवरों और 20 फायरमैनों की जरूरत है जिसके लिए प्रस्ताव डाला गया है।
इसी तरह आईटीआई चौक के पास एक सब फायर स्टेशन बनाया जाना था जिसको फंड की कमी के चलते नहीं बनाया जा सका है। शहर के बाहर कोई दुर्घटना की स्थिति में फायर ब्रिगेड की गाडिय़ों को शहर का ट्रैफिक पार कर जाना पड़ता है जिसमें काफी कीमती समय नष्ट हो जाता है। आईटीआई का सब फायर स्टेशन बनने से इस समय की बचत की जा सकती थी।
फायर ब्रिगेड के पास मौजूदा समय में सिर्फ 35 फीट तक की सीढ़ी है जबकि शहर में बहुमंजिला इमारतों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। किसी बड़ी इमारत में आग लगने की स्थिति में फायर ब्रिगेड का पास उस आग तक पहुंचने के लिए बड़ी सीढ़ी भी मौजूद नहीं है। ऊंची इमारतों में लगी आग पर काबू पाने के लिए और लोगों को रैस्क्यू करने के लिए फायर ब्रिगेड को रैस्क्यू टैंडर गाड़ी की दरकार है परंतु यह मांग भी पूरी होने की उम्मीद कम ही है।
इस संबंध में कांग्रेस पार्टी के शहरी प्रधान अरुणजीत मल्ल ने कहा कि फायर स्टेशन में पेश आ रही कमियों संबंधी सूचना अकाली-भाजपा सरकार के शासनकाल में दी गई थी, कांग्रेस सरकार बनने के बाद इस संबंध में कोई मांगपत्र नहीं मिला है। वह वित्तमंत्री मनप्रीत सिंह बादल से बात कर फायर ब्रिगेड को पेश आ रही सभी कमियों को पहल के आधारपर हल करवाएंगे और सब फायर स्टेशन के लिए फंड भी जल्द ही जारी करवा दिए जाएंगे।

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