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हल्ला : चार दिनों में दो हजार से अधिक चायना डोर के गट्टू बरामद

– आम लोगों के साथ बेसहारा व बेजुबान पशु-पक्षियों की जान बचाना भी पुलिस का मुख्य लक्ष्य: एसएसपी संदीप

नीरज मंगला बरनाला।
जिला पुलिस ने नशीली दवाओं का कारोबार करने वालों पर पूरी तरह से दबिश बनाने के बाद अब पाबंदी शुदा चायना डोर बेचने वालों पर शिकंजा कसा है। जिसके चलते चार दिन से दुकानों एवं गोदामों पर छापामारी करने का सिलसिला जारी है। जिसके चलते अब तक 12 जगह दबिश बना दो हजार से ज्यादा चायना डोर के गट्टू बरामद कर चुकी है। गौरतलब हो कि पिछले दो वर्षों के दौरान बरनाला पुलिस ने 8 दुकानों पर छापामारी कर मात्र करीब एक सौ गट्टू ही बरामद किए थे। काबू किए जा रहे चायना डोर के सभी विक्रेताओं के खिलाफ भारतीय दंड संहिता 188/336 आईपीसी के अंर्तगत मामला दर्ज किया गया है।

जड़ें खंगाल पुलिस कर रही डोर की बरामदगी:
* चायना डोर के बड़े विक्रेता प्रदीप कुमार पुत्र रुकमेश कुमार निवासी बरनाला के गोदाम पर पुलिस ने बुधवार को किला     मोहल्ला पुराना बाजार में छापामारी कर वहां से चायना डोर के 959 गट्टू बरामद किए हैं। इसके साथ ही बाबा गांधा     स्कूल के पास स्थित गगनदीप सिंह पुत्र जीवन कुमार की दुकान से 5 गट्टू बरामद किए हैं।
* राजिंदर उर्फ मंगली पुत्र मंिहंदर पाल और बॉबी सिंह पुत्र बलवंत सिंह की दुकानों से 600 गट्टू बरामद किए थे।
* नरेश कुमार पुत्र महिंदर सिंह निवासी गांव कोटदूना के पास से चायना डोर के 12 रोल बरामद किए हैं।
* बलदेव सिंह पुत्र राम सरूप और जगजीत सिंह पुत्र भगवान सिंह दोनों निवासी शैहना से 78 रोल बरामद किए हैं।

नहीं बख्शे जाएंगे चायना डोर विक्रेता: एसएसपी।
जिला पुलिस मुखी संदीप गोयल पीपीएस का कहना है कि आम लोगों के साथ-साथ बेसहारा व बेजुबान पशु-पक्षियों की जान बचाना भी पुलिस का मुख्य लक्ष्य है। चायना डोर ना केवल पंतग उड़ाने वाले बच्चों या राहगीरों के लिए हानीकारक है बल्कि आकाश में उड़ते पक्षियों के लिए सबसे बड़ी खतरनाक व जानलेवा है। हजारों बच्चे पतंगबाजी करते समय अपनी अंगुलियां कटवा चुके हैं, सैंकड़ों पैदल व दोपहिया वाहनों पर सवार होकर जाते राहगीरों और हजारों बेजुबान पक्षियों की चायना डोर से उलझ कर मौत हो चुकी है। सडक़ों पर घूमते हजारों बेसहारा पशु भी इस खतरनाक डोर से उलझ घायल हो चुके हैं।

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