बरेटा ,नरेश कुमार रिम्पी
आज यहाँ पंजाब सरकार के कर्फ़्यू के चौथे दिन भी सड़कें सुनसान देखा जा रही हैं और लोग घरों में बंद हैं।आज अपनी, रौजानों की चीजों की प्राप्ति के लिए घर से बाहर निक्कले। आज सुबह समय पर खाने पीने की लगभग 15 दुकानों यूनियन वालों की खुली जबकि यूनियन से बाहर वाले दुकानदारों का कहना था कि हमें भी इस सेवा का मौका दिया जावेे। दवाएँ और सब्जियों की दुकानों भी खुली और दूध की स्पलाई नित्य की तरह घर -घर निरंतर जारी रही।इस दौरान गैस सिंलडर की स्पलाई घर -घर की गई। इस दौरान मज़दूर मुक्ति मोर्चा पंजाब के जिल्हें प्रधान निक्का सिंह बहादरपुर ने कहा कि आज कर्फ़्यू का चौथा दिन है। कोरोना वायरस से बचने के लिए परहेज़ भी ज़रूरी है।परन्तु बेसहारा,विधवा,अपंग और बुढापा,खेत मज़दूरों और उसारी मज़दूरों,भट्टा मज़दूर,फ़ैक्टरियाँ के मज़दूर,रिक्सा रेहड़ी मज़दूर और सेलरों में काम करते मज़दूर के घरों विर राशन और ओर छोटी मोटी समस्याएँ हैं और उन्होंने लोगों को खाने पीने और सेहत सहूलतें आम नागरिकों को मुफ़्त मुहैया करवाना सरकार और प्रशासन की ज़िम्मेदारी है।जिस के लिए वह अलग -अलग अफसरों, और ऐस.डी.ऐम. बुढलाडा के साथ संपर्क करन की कोशिस कर रहा है परन्तु संपर्क नहीं हो रहा और जरूरतमंद परिवार भूखे रहने के लिए मजबूर हैं।इस लिए इन की मजबूरी को देखते हुए ज़रूरत है कि प्रशाशन की तरफ से ऐसे परिवारों के लिए राशन और दूसरे ज़रूरतों के लिए वित्तीय सहायता राशि दी जाये। पता लगा है कि आटा पीसने के लिए चक्कियाँ और गेहूँ ख़त्म हो चुकी है तो इस सम्बन्धित जब ऐस.डी.ऐम बुढलाडा के साथ संपर्क किया गया तो उन कहा कि जल्दी ही चक्कियों के लिए गेहूँ का प्रबंध किया जा रहा है।