अमृतसर । पंजाब में सीएम भगवंत मान और आम आदमी पार्टी (AAP) सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल आज अमृतसर में स्कूल ऑफ एमिनेंस का शुभारंभ करने जा रहे हैं। इस दौरान रणजीत एवेन्यू में एक विशाल रैली का भी आयोजन किया जाएगा। इस रैली के लिए 734 सरकारी और निजी बसों के साथ-साथ सरकारी अध्यापकों और फूड सप्लाई विभाग को जिम्मेदारियां सौपी गई है।
रैली में 50 हजार से अधिक समर्थकों के पहुंचने का अनुमान है। बसों में अध्यापकों की ड्यूटियां लगाई गई हैं, ताकि वर्करों को कोई दिक्कत न हो। उनके खाने-पीने की जिम्मेदारी भी फूड एंड सप्लाई विभाग पूरी कर रहा है। सरकार के इस फैसले के बाद सीएम मान सरकार विरोधियों के निशाने पर आ गई है।
What a BADLAV!! Teachers who are considered Gurus have been made Conductor of buses and waiters to serve @AamAadmiParty leaders.@BhagwantMann @ArvindKejriwal @AAPPunjab pic.twitter.com/ZMw5mdoQGx
— Bikram Singh Majithia (@bsmajithia) September 13, 2023
मजीठिया बोले – टीचरों को वेटर बनाया
अकाली दल के वरिष्ठ नेता बिक्रम मजीठिया ने ट्वीट कर कहा- क्या बदलाव है!! गुरु माने जाने वाले शिक्षकों को आम आदमी पार्टी के नेताओं की सेवा के लिए बसों का कंडक्टर और वेटर बना दिया गया है।
"ਬਦਲਾਅ ਵਾਲਾ ਸਿੱਖਿਆ ਮਾਡਲ"
ਬੱਸਾਂ ਸਰਕਾਰੀ, ਖਾਣਾਂ ਸਰਕਾਰੀ ਇਹ ਰਾਜ ਸੱਤਾ ਦੀ ਦੁਰਵਰਤੋਂ ਨਹੀਂ ਤਾਂ ਹੋਰ ਕੀ ਹੈ?
ਅਧਿਆਪਕ ਦੇ ਮੁੰਡੇ @BhagwantMann ਨੇ ਸ੍ਰੀ ਅਮ੍ਰਿਤਸਰ ਸਾਹਿਬ ਵਿੱਚ ਆਪ ਸੁਪਰੀਮੋ @ArvindKejriwal ਦੀ ਮੌਜ਼ੂਦਗੀ ਵਿੱਚ "ਸਕੂਲ ਆਫ਼ ਐਮੀਨੈਂਸ" ਦੇ ਉਦਘਾਟਨੀ ਸਮਾਗਮ ਦੌਰਾਨ ਆਮ ਆਦਮੀ ਪਾਰਟੀ ਦੇ ਪੰਜਾਬ ਭਰ ਵਿੱਚੋਂ ਵਰਕਰਾਂ… pic.twitter.com/cMfW2T6Npb— Partap Singh Bajwa (@Partap_Sbajwa) September 13, 2023
बाजवा बोले – शिक्षकों की रैली में ड्यूटी, बच्चों को कौन पढ़ाएगा
पंजाब विधानसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस विधायक प्रताप सिंह बाजवा ने ट्वीट कर कहा- बदलता शिक्षा मॉडल” बसें सरकार, खाना सरकार, यह राज्य की सत्ता का दुरुपयोग नहीं तो और क्या है? समारोह के दौरान पंजाब भर से वर्करों को लाने-ले जाने के लिए 734 सरकारी और निजी बसों में अध्यापकों को प्रभारी बनाया गया। प्रभारी के रूप में कर्तव्य निभा रहे शिक्षकों की जगह स्कूलों में बच्चों को कौन पढ़ाएगा? मैं बच्चों की शिक्षा के साथ खिलवाड़ करके शिक्षकों को पार्टी कार्यक्रमों के लिए इस्तेमाल करने का कड़ा विरोध करता हूं।
In any college or school, “Eminence” belongs equally to students and teachers. If one of them is being herded in for political rallies and the other one is forced to act as herdsman for this purpose, this inflicts a blow to the dignity of both. But that’s what is happening today… pic.twitter.com/0eNs65YFoA
— Sukhbir Singh Badal (@officeofssbadal) September 13, 2023
स्कूल की गरिमा को पहुंचा आघात
अकाली दल अध्यक्ष सुखबीर बादल ने भी ट्वीट कर सीएम मान व अरविंद केजरीवाल का विरोध किया है। उन्होंने कहा- किसी भी कॉलेज या स्कूल में, “प्रतिष्ठा” छात्रों और शिक्षकों की समान रूप से होती है। यदि उनमें से एक को राजनीतिक रैलियों के लिए झुंड में लाया जा रहा है और दूसरे को इस उद्देश्य के लिए चरवाहे के रूप में कार्य करने के लिए मजबूर किया जाता है, तो इससे दोनों की गरिमा को आघात पहुंचता है। लेकिन आज पंजाब में यही हो रहा है।















