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चार लाख रुपये बिना ATM कार्ड व पासवर्ड के ही बैंक अकाऊंट से उड़ाए

एक व्यक्ति ने अपना ए.टी.एम. कार्ड किसी को नहीं दिया और न ही किसी को पासवर्ड बताया फिर भी उसके खाते से ए.टी.एम. जरिए 4 लाख रुपए उड़ा लिए गए। इस संबंधी गुरजीत सिंह वासी भागू रोड बठिंडा द्वारा एस.एस.पी. बङ्क्षठडा को दी शिकायत मुताबिक कुछ समय पहले उसकी पत्नी का देहांत हो गया था, जिसके बाद वह मानसिक तौर पर परेशान रहता था। इसलिए बैंक खाते या अन्य कार्य की कभी जांच नहीं की।जब उसने बैंक की स्टेटमैंट निकलवाई तो पता चला कि उसके खाते से ए.टी.एम. के जरिए रोजाना 20 हजार रुपए निकाले जा रहे थे। यह सिलसिला लगातार 20 दिनों से जारी था। इस तरह अज्ञात चोरों ने उसके खाते से 4 लाख रुपए उड़ा लिए। उक्त का ए.टी.एम. कार्ड भी चोरी नहीं हुआ व न ही उसने अपना पासवर्ड किसी को बताया। फिर भी इस तरह चोरी होने पीछे अच्छी तकनीक नजर आ रही है। 
जांच अधिकारी एस.पी. (डी) बलविंद्र सिंह ने बताया कि जांच दौरान पता चला है कि उक्त खाते से ए.टी.एम. जरिए अकेले बठिंडा या पंजाब ही नहीं बल्कि बाहरी राज्यों में जाकर भी पैसे निकाले गए है।  इस संबंधी ए.टी.एम. के सी.सी.टी.वी. से फुटेज लेकर चोरी करने वाले व्यक्ति की पहचान की कोशिश की जा रही है।उसकी जानकारी पुलिस को मिल सके। आरोपित की गिरफ्तारी के बाद ही पता चलेगा, उसने ऐसे कितने लोगों के साथ ठगी की है और उसने कार्ड का क्लोन कैसे चोरी किया। ऐसे होती है एटीएम कार्ड की क्लोनिग साइबर ठग एटीएम, क्रेडिट कार्ड और डेबिट कार्ड की क्लोनिग के लिए मशीन में स्कीमर लगा देते हैं। स्कीमर मशीन को वह स्वाइप मशीन या एटीएम में पहले ही फिट कर देते हैं। फिर जैसे ही आप कार्ड स्वाइप या एटीएम में इस्तेमाल करते हैं तो आपके कार्ड की सारी डिटेल इस मशीन में कॉपी हो जाती है। इसके बाद ठग आपके कार्ड की सारी डिटेल कंप्यूटर या अन्य तरीकों के जरिए खाली कार्ड में डालकर कार्ड क्लोन तैयार कर लेते हैं। इसका इस्तेमाल कर ठग दूसरी जगह से पैसे निकाल लेते हैं। इस तरह करें एटीएम क्लोनिग

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