जिला खेल अधिकारी ने जिला लोक संपर्क  विभाग के साथ भी किया धोखा

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  • शिकायत के आधार पर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने बरनाला में नैट्टबॉल के ट्रॉयल होने से पहले ही जिला खेल अधिकारी और ऐथलेटिक प्रशिक्षक के खिलाफ जांच करने के लिए सैक्रेटरी स्पोर्टस एंड यूथ सर्विसिस पंजाब को जारी कर दिए थे आदेश 

    बरनाला (कपिल शर्मा /अनिल कुमार) ।

जिला खेल अधिकारी बरनाला ने जिला लोक संपर्क विभाग को पर्दे में रखते हुए सरकारी मशीनरी की गलत प्रयोग किया है। जिसने मुख्यमंत्री पंजाब द्वारा नेटबॉल ट्रॉयल करवाए जाने के मामले में खुद के खिलाफ  जांच होने की सूचना मिलने के बाद बचाव करने के लिए गैरकानूनी ढंग से नैट्टबॉल खेल संस्था ‘जिला नैट्टबॉल प्रोमोशन एसोसिएशन’ एक प्रेस विज्ञप्ति जारी करवा दी है। जिसको लेकर खेल संस्था के प्रबंधकों ने जिला खेल अधिकारी खिलाफ अदालत का दरवाजा खटखटाने का ऐलान किया है।

यह बताया मामला:-
नैट्टबॉल खेल की प्रांतीय संस्था ‘नेट्टबॉल प्रोमोशन एसोसिएशन रजि. पंजाब’ की तरफ से साल 2020 -21 दौरान होने जा रही ‘13वीं जूनियर स्टेट नैटबाल चैंपिअनशिप’ और ‘17वीं सीनियर स्टेट नैट्टबॉल चेंपिअनशिप’ के आयोजन के लिए प्रदेशभर में जिला स्तरीय ट्रॉयल रखे गए थे। जिसके चलते ‘जिला नेट्टबॉल प्रोमोशन एसोसिएशन बरनाला’ की ओर से ‘बाबा काला माहिर मल्टीपपर््स स्पोर्टस स्टेडियम बरनाला’ में गत 2 जनवरी को ट्रॉयल करवाने के बाबत संस्था के प्रबंधकों ने स्टेडियम में बने हुए जिला खेल विभाग के कार्याल्य में जिला खेल अधिकारी को मिले, जिन्होंने लिखित तौर पर स्वीकृति की मांग की थी। जिला खेल अधिकारी ने मन्जूरी दे दी थी, उसके बाद ही हमारी खेल संस्था ने जिलाभर के दोनों वर्गों के खिलाडिय़ों और प्रांतीय खेल संस्था अधिकारियों को सूचित किया गया।

ट्रॉयल के प्रबंध करने के लिए जैसे ही संस्था के प्रबंधक स्टेडियम पहुंचे तो वहां खेल विभाग अधिकारी ने कहा कि ट्रॉयल करवाने की 10 हजार रुपए फीस है। बच्चों के भविष्य को देखते हुए जब एसोसिएशन ने फीस जमा करने तैयारी कर ली तो जिला खेल अधिकारी ने कहा कि अब आपको ट्रॉयल करवाने के लिए मंज़ूरी नहीं दे सकता, मेरे पर कुछ खास व्यक्तियों का दबाव है। जिसके बाद नैट्टबॉल ट्रॉल की निश्चित तारीख को जैसे ही खिलाड़ी पहुंचना शुरु हो गए, जिला खेल अधिकारी ने स्टेडीयम को अंदर से ताला लगवा दिया। खिलाडिय़ों ने स्टेडीयम के बाहर सडक़ पर ही खेल का मैदान बना दिया और ख्ल संस्था ने भी नैट्टबॉल खेल के ट्रॉयल सडक़ पर लिए।
संस्था को जब नैट्टबॉल ट्रॉयलों में अडंगा पैदा होने की भिनक लगी तो संस्था द्वारा मामले से अवगत करवाने को लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री को तुरंत पत्र लिख भेज दिया गया। जिस पर एक्शन लेते हुए मुख्यमंत्री की ओर से संबंधित सैक्रेटरी स्पोर्टस एंड यूथ सर्विसिस पंजाब को जिला खेल अधिकारी बरनाला और ऐथलेटिक प्रशिक्षक के खिलाफ जांच करने के लिए आदेश जारी कर दिए थे।मुख्यमंत्री के आदेश पर जांच होने की सूचना संबंधित जानकारी होने के बावजूद जिला बरनाला के खेल अधिकारी ने अनदेखा कर दिया और उसने जिला लोक संपर्क विभाग को धोखे में रखते हुए ‘जि़ला नैट्टबॉल प्रोमोशन एसोसिएशन बरनाला’ खेल संस्था के खिलाफ प्रेसनोट जारी करवा दिया, जिसमें लिखवाया गया कि खेल संस्था ने ट्रॉयल करवाने के लिए खेल विभाग से कोई मन्जूरी ही नहीं ली थी।स्टेडीयम पर समाजसेवी संस्था का अधिकार:
उल्लेखणीय है कि बरनाला शहर के अंदर निर्माणित ‘बाबा काला माहर मल्टीपर्पस स्पोर्टस स्टेडियम’ समाजसेवी संस्थाओं की ओर से तैयार किया गया था। जिला खेल विभाग के पास सिर छिपाने को जगह नहीं थी तो इस स्टेडीयम के अंदर ही उनका कार्याल्य बनाया गया था।

सबूतों के साथ अदालत एवं सीएम दरबार पहुंचेगी संस्था:
नैट्टबाल ट्रॉयल प्रबंधक सिमरनजीत सिंह जो कि नैट्टबॉल का राष्ट्रीय खिलाड़ी है, खेल का प्रदर्शन करते हुए कई स्वर्ण पदक हासिल कर चुका है, उसका कहना है कि नैट्टबॉल खेल के ट्रॉयल करवाने के संदर्भ में उसने खुद बरनाला के जिला खेल अधिकारी और एथलेटिक प्रशिक्षक से संपर्क किया था। उनके साथ जो भी बातचीत हुई उससे संबंधित तमाम प्रमाण उनके पास हैं। जिला खेल अधिकारी और एथलेटिक प्रशिक्षक की नालायकी के कारण खेल व खिलाडिय़ों का बड़ा नुक्सान हो रहा है। जिसको लेकर संस्था की ओर से उक्त दोनों अधिकारियों के खिलाफ अदालत का दरवाजा खटखटाया जायेगा। मामले से संबंधित तमाम प्रमाण मुख्यमंत्री के टेबल और माननीय अदालत सामने पेश किये जाएंगे।

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