पीड़ित ने विजिलेंस पर भी कार्रवाई नहीं करने के लगाए संगीन आरोप
डीएलए पर 30 हजार रूपए काउंटर से चोरी करने के भी आरोप
बठिंडा, धीरज गर्ग
होलसेल दवाइयों का व्यापार करने वाले डिस्ट्रीब्यूटर द्वारा बठिंडा में तैनात जिला लाइसेंस अथॉरिटी (डीएलए) के अलावा ड्रग इंस्पेक्टर तथा उसके ड्राइवर पर 2 लाख रूपए रिश्वत मांगने के अलावा काउंटर से 30 हजार रूपए चोरी करने के संगीन आरोप लगाए गए हैं। पीड़ित ने विजिलेंस विभाग पर भी उक्त तीनों कर्मचारियों के खिलाफ शिकायत देने के बाद भी किसी तरह की कार्रवाई नहीं करने के आरोप लगाए हैं। इस बाबत पत्रकार वार्ता दौरान अमित डिस्ट्रीब्यूटर के पार्टनर अमित कुमार, गांधी मार्केट बठिंडा बताया कि वह फार्मास्यूटिकल होलसेलर है और अमित डिस्ट्रीब्यूटर के नाम से अपनी दुकान का गांधी मार्केट में संचालन कर रहा है। उसने बताया कि गत 10 नवंबर को ड्रग इंस्पेक्टर गुनदीप बांसल अपने सीनियर अधिकारी जिला लाइसेंस अथॉरिटी (डीएलए) अमन वर्मा तथा ड्राइवर गुरप्यार सिंह के साथ उनकी दुकान पर आया, जिसने आते ही उसकी कुर्सी पर बैठकर दवाइयों की सेल परचेज, बैंक खाते तथा दवाइयों की चेकिंग शुरू कर दी। पीड़ित ने बताया कि जब उसके द्वारा विरोध किया गया, तो उक्त अधिकारियों ने उसको तथा उसके समस्त स्टाफ को दुकान से बाहर निकाल दिया। पीड़ित ने बताया कि उसके द्वारा बार-बार पूछे जाने पर कि क्या उनके पास दुकान चेक करने के कोई अथॉरिटी या आर्डर हैं, तो गुनदीप बांसल ड्रग इंस्पेक्टर ने उसको यह कहते हुए चुप करवा दिया कि कुछ देर रुको, ऑर्डर भी दिखाएंगे। उसने बताया कि दुकान की चेकिंग तथा खातों को खंगालने के बाद उक्त अधिकारियों को कोई एतराज योग्य चीज बरामद नहीं हुई व खातों में किसी तरह की कोई कमी नहीं मिली तब डीएलए अमन वर्मा ने उसके काउंटर से 30 हजार रूपए की नकदी निकालते हुए गुनदीप बांसल के साथ मिलकर उसको धमकी दी कि उन्हें 2 लाख रूपए दिए जाएं, वर्ना उनके खिलाफ झूठा पर्चा दर्ज करवा दिया जाएगा। पीड़ित ने बताया कि उक्त तीनों अधिकारियों ने उसे धमकी भी दी कि वह कई दुकानदारों के खिलाफ भी इससे पहले कार्रवाई कर चुके हैं और उनमें से कई दुकानें गांधी मार्केट में भी स्थित है। पीड़ित ने बताया कि उसने डरते हुए 2 लाख रूपए का इंतजाम करने की बात कही व समय मांगा। पीड़ित ने बताया कि 11 नवंबर को ड्रग इंस्पेक्टर गुनदीप बांसल का ड्राइवर गुरप्यार सिंह ने अपने मोबाइल नंबर से फोन करके पूछा कि रकम का इंतजाम हो गया है या नहीं, तो उसके द्वारा रकम का इंतजाम नहीं होने का जवाब देने पर ड्राइवर ने उसे ड्रग इंस्पेक्टर के पास दफ्तर में आने को कहा। पीड़ित ने बताया कि दफ्तर पहुंचने पर उसको ड्रग इंस्पेक्टर गुनदीप बांसल ने डेढ़ लाख रुपए का इंतजाम यह कहते हुए करने के लिए कहा कि वह डीएलए को समझा देगा। पीड़ित ने बताया कि तीनों अधिकारियों से परेशान होते हुए उसने 19 नवंबर को विजिलेंस विभाग बठिंडा को इन अधिकारियों के खिलाफ शिकायत देकर कार्रवाई की मांग की तथा विजिलेंस विभाग को सबूत के तौर पर ऑडियो तथा वीडियो रिकॉर्डिंग भी दी, परंतु विजिलेंस विभाग ने आज तक उक्त तीनों अधिकारियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की और ना ही कोई भरोसे योग्य जवाब दिया। पीड़ित ने उक्त तीनों अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए सरकार से इंसाफ की गुहार लगाई है।