बठिंडा । डॉ अपिंदरप्रीत सिंह, एक प्रसिद्ध न्यूरोसर्जन और अतिरिक्त प्रोफेसर पीजीआईएमईआर चंडीगढ़ से “सिर और रीढ़ की चोटों के बारे में जागरूकता और रोकथाम” पर ज्ञान साझा किया गया। डॉ. विजय लक्ष्मी (प्रबंधन में एसोसिएट प्रोफेसर) और सुश्री नविता सिंगला (प्रबंधन में सहायक प्रोफेसर) ने सभी पाठ्यक्रमों के छात्रों के लिए इस कार्यक्रम का आयोजन किया। इस सत्र में छात्रों और संकाय सहित 100 से अधिक प्रतिभागी शामिल हुए। उन्होंने दौरे, भूलने की बीमारी और स्कैल्प हेमेटोमा के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने प्रतिभागियों को लम्बर स्पाइन, सर्वाइकल स्पाइन, थोरेसिक और सेक्रल स्पाइन मुद्दों के बारे में भी बताया। उन्होंने छात्रों द्वारा उठाए गए सिर और रीढ़ की हड्डी के मुद्दों पर विभिन्न प्रश्नों का समाधान किया। एडवोकेट संजय गोयल (अध्यक्ष), श्री. आशुतोष चंद्र शर्मा (सचिव, एसएसडीडब्ल्यूआईटी), और डॉ. नीरू गर्ग (प्रिंसिपल) ने तकनीकी कौशल समिति समन्वयकों के प्रयासों की सराहना की।