नई दिल्ली
दिल्ली में कोरोना वायरस का एक और मामला सामने आया है। दिल्ली के उत्तम नगर में रहने वाले शख्स में कोरोना वायरस के लक्षण मिले हैं जिसके बाद देशभर में कोरोना के मरीजों की संख्या 31 तक पहुंच गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के विशेष सचिव (स्वास्थ्य) संजीव कुमार ने बताया है कि दिल्ली में जिस शख्स में कोरोना का टेस्ट पॉजीटिव मिला है वह हाल ही में थाईलैंड और मलेशिया की यात्रा करके लौटा है। आपको बता दें कि दो मार्च को दिल्ली में कोरोना का पहला मामला सामने आया था, जिस व्यक्ति में कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई थी वह इटली की यात्रा करके लौटा था। इस व्यक्ति का इलाज राम मनोहर लोहिया अस्पताल में इलाज चल रहा है।
दिल्ली में कोरोना वायरस के गुरुवार को 16 नए संदिग्ध मामले सामने आए थे, जिसमें आठ संदिग्ध मरीज सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया था। सभी संदिग्ध मरीजों के खून के नमूने जांच के लिए भेज दिए गए है। जबकि अस्पताल में पहले से भर्ती 15 संदिग्ध मरीजों को छुट्टी दे दी गई।
सफदरजंग अस्पताल में कोरोना वायरस से संक्रमित नौ मरीजों का इलाज जारी है। वहीं सूत्रों के अनुसार राम मनोहर लोहिया (आरएमएल) अस्पताल में भी आठ संदिग्ध मरीज इलाज के लिए भर्ती हुए है। साथ ही अस्पताल में एक संक्रमित मरीज के इलाज होने के बारे में भी बताया जा रहा है।
आरएमएल अस्पताल में कोरोना वायरस जांच के लिए बने सुविधा केंद्र पर दो दिन में 300 से अधिक लोग पहुंचे है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बुधवार को कोरोना वायरस की जांच कराने के लिए 150 लोग पहुंचे थे। जबकि गुरुवार को यह संख्या पहले दिन के मुकाबले दोगुनी से ज्यादा था। सूत्र ने बताया कि इस केंद्र पर वायरस को लेकर लोगों की स्क्रीनिंग की जा रही है। अगर इस दौरान कोई संदिग्ध लगता है तो उसे आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कर लिया जाता है।
हैरानी वाली बात यह है कि अस्पताल में मरीजों को खुले में जांच के लिए कतार में खड़ा होना पड़ रहा है। ऐसे में अगर कोई कोरोना वायरस से संक्रमित व्यक्ति भी इस तरह से खड़ा होता है तो वायरस के संक्रमण का खतरा दूसरे व्यक्ति तक फैलने का खतरा बढ़ जाता है। सब नियमों को ताक पर रखकर मरीजों की स्क्रीनिंग हो रही है।