चंडीगढ़ । पंजाब सरकार और किसानों के बीच एक बार फिर टकराव हो सकता है। क्योंकि नहरी पानी संघर्ष कमेटी की मंत्री गुरमीत सिंह मीत हेयर के साथ आज पंजाब सेक्रेट्रिएट में हुई मीटिंग का कोई नतीजा नहीं निकला। इस पर संघर्ष कमेटी के प्रधान जरनैल सिंह जहांगीर ने 27 सितंबर को धूरी में रोष मार्च निकाल मुख्यमंत्री पंजाब का पुतला फूंकने का ऐलान किया है।
संघर्ष कमेटी प्रधान जरनैल सिंह जहांगीर ने रोष मार्च को दिन-रात जारी रखने का ऐलान किया है। आज सेक्रेट्रिएट में हुई मीटिंग में संघर्ष कमेटी प्रधान जरनैल सिंह जहांगीर के अलावा किरती किसान यूनियन के यूथ विंग के प्रदेश कन्वीनर भूपिंदर सिंह लौंगोवाल, मघर सिंह भूदन, सुखविंदर सिंह चुंगा, बीकेयू उगराहां के नेता हरजीत सिंह बदेशा शामिल रहे।
इसके अलावा धूरी में मुख्यमंत्री दफ्तर के सामने स्टेज की कार्रवाई के दौरान विभिन्न संगठन के नेताओं ने पंजाब सरकार पर अब तक की सबसे असफल सरकार होने के आरोप लगाए। कहा कि पंजाब सरकार अपने किसानों और राज्य के हितों की सुरक्षा करने के बजाय अड़ियल रवैया इख्तियार किए हुए है।
किसानों ने कहा कि संघर्ष को अधिक तेज करने के लिए नई योजना समिति बनाई जा रही है। इस मौके पर निर्मल सिंह घन्नौर कलां, प्रीतम सिंह बादशाहपुर, चमकौर सिंह हथन, भजन सिंह ढडरीयां, मलकीत सिंह बढ़बर बड़ी संख्या में साथियों समेत पक्के मोर्चे में शामिल हुए। इस दौरान जल प्राप्ति संघर्ष कमेटी के जनरल सेक्रेटरी परमेल सिंह हथन ने भी संबोधित किया।