अनिल कुमार,बठिंडा
किसान संघर्ष समर्थन समिति बठिंडा के बैनर में समिति कनवीनर वरिंदर सिंह बीबीवाला, को-कनवीनर हरजीत सिंह के नेतृत्व में पैंतीस के करीब जनतक संगठनों, ऐसोसीएशनों, मंचों, सोसाईटीयों आदि और शहरी लोगों द्वारा रिलायंस माल आगे रैली करने बाद शहर में प्रर्दशन किया गया। रोष रैली और प्रर्दशन दौरान नेताओं ने संबोधन दौरान कहा कि केंद्र सरकार द्वारा लागू नए खेती कानूनों और नए लाए जा रहे बिजली संशोधन बिल 2020 और नए काम कानूनों से देश में किसानों-मजदूरों के इलावा कामगार वर्ग पर बुरे प्रभाव पड़ेंगे। नेताओं ने मांग की कि नए खेती कानूनों, बिजली संशोधन बिल 2020, नए काम कानूनों को रद्द किया जाए, समूह विभागों के निजीकरण और पुर्नगठन की नीति रद्द की जाए, आहलूवालीया समिति भंग की जाए, समूह विभागों के ठेका मुलाजिमों को रेगुलर किया जाए, नई शिक्षा नीति रद्द की जाए आदि मांगों को लागू किया जाए। रैली में डीटीएफ. से रेशम खेमूआना, ठेका मुलाजीम संघरस मोर्चा पंजाब से जगरूप सिंह, गुरविंदर पन्नूं, जगसीर भंगू, संदीप ख़ान, सेवक दंदीवाल, जसकरन सिंह, एसएलए यूनी से गुरविन्दर संधू, टीएसयू भंगल से रेशम कुमार, नौजवान भारत सभा से बलकरन सिंह, साहित्य स याचार मंच से अतरजीत कहानीकार, बीकेयू एकता उगाहूं से जगसीर झुंबा, जल स्पलाई और सेनिटेशन विभाग से जगसीर सिंह, मैडीकल प्रैक्टिशनर एसोसिएशन से एचएस रानू, चढ़ता पंजाब फ्रंट से मुह मद आसिफ, तर्कशील सोसाईटी से रणधीर, कानूगो पटवार यूनि से गुरबचन सिंह, प्राईवेट ऐसोसीएटिड स्कूल एसोसिएशन से आर के वर्मा आदि हाजिर नेताओं ने रैली में शामिल कर समूह कामगार वर्गों को किसानी संघर्ष के कदम से कदम मिलाने और प्रत्येक की बर्बादी करने वाली साम्राज्ञी नीति को निशाने पर लाने के लिए संगठन इक्टठे होकर संर्घष करने का न्योता दिया।