सोनू कांसल,बठिंडा
जनतक जत्थेबंदियों का सांझा मंच में शामिल जत्थेबंदियों के कारगुण 14 दिसंबर को संघर्षशील लोक संगठनों द्वारा जिला प्रबंधकीय कंप्लैक्स बठिंडा के किए जा रहे घेराव एक्शन में पूरी शक्ति से शामिल होगें। इस देश व्यापी घेराव एक्शन का आवाहन देश की समूह किसान जत्थेबंदियों पर आधारित संयुक्त किसान मोर्चों द्वारा दिया गया है। उक्त शब्द जेपीएमओ की जिला स्तरीय मीटिंग को संबोधन करते हुए राज्य नेता साथी महीपाल ने कहे। मीटिंग में साथी प्रकाश सिंह नंदगढ़ व गुरमीत सिंह जैसिंह वाला(देहाती मजदूर सभा),नायब सिंह,संपूर्ण सिंह व बलदेव सिंह (जमहूरी किसान सभा),तेजा सिंह (टीएसयू थर्मल बठिंडा),मेजर सिह दादू(टीएसयू थर्मल लेहरा मुहब्बत),हंसराज बीजवा(पंजाब सुबाडीनेटर सर्विस फैडरेशन), सुखचैन सिंह (पीडब्ल्यूडी फील्ड एंड वर्कशॉप वर्कज यूनियन), मक्खन सिंह खनगवाल(सीवरेज बोर्ड इंप्लाईंज यूनियन),सतपाल गोयल(सीटीयू पंजाब),जगसीर सिंह जंगीराणा व अमृतपाल सिंह (जंगलात वर्कज यूनियन),मलकीत सिंह महिमा सरजा,कुलविंदर सिंह भाईका, किशोर चंद गाज,दर्शन राम शर्मा आदि शामिल हुए। यहां जारी एक सांझे बयान द्वारा उपरोक्त नेताओं ने अडानी-अंबानी व देश-विदेशी कार्पोरेट लुटेरों की माफिया की हवस की पूर्ति के लिए देश के सैकड़े करोड़ किसानों-खपतकारों व आम लोगों का गला घोटने के लिए बनाए गए खेती के साथ सबंधित काले कानून लागू करने के लिए जिद्द पर अड़ी मोदी सरकार की भरपूर निंदा करते हुए समूह लोगों को 14 दिसंर को घेराव एक्शन में परिवारों समेत शमूलियत करने की अपील की। नेताओं ने कहा कि 8 दिसंबर को मिसाल भरपूर कामयाब भारत बंद द्वारा देश वासियों द्वारा मोदी सरकार के खिलाफ व उक्त राष्ट्रद्रोही कानून रद्द करवाने के लिए संघर्ष कर रहे किसान संगठनों के हक में एक अनोखा लोक फतवा जारी किया है तथा फांसीवादी मोदी सरकार को इस लोक राय की अनदेखी करनी बहुत महंगी पड़ेगी। जेपीएमओ नेताओं ने लोक युद्व में तब्दील हो चुके किसान संघर्ष को बदनाम करने,किसान संगठनों में दरार डालने व मेहनतकश वर्गों को इस न्यायपूर्वक संग्राम से दूर करने के लिए मोदी सरकार की कुचालों व संघर्ष को जबरन कुचलने की ओझी साजिशों से बाज आने की चेतावनी देते हुए ऐलान किया कि 14 दिसंबर का देशव्यापी रोष एक्शन मोदी सरकार की जड़े हिला कर रख देगा। नेताओं ने 8 दिसंबर को भारत बंद के आवाहन को भरपूर समर्थन देने वाले लडाकू जन संगठनों, व्यापारिक व धार्मिक संस्थाओं, इंसाफ पंसद व प्रगतिशील लोगों को अपील की कि वह 14 दिसंबर को किए जाने वाले डीसी द तर के घेराव के आवाहन में भी उसी भावना से बढ़-चढ़कर हिस्सा लें।