अनिल कुमार,बठिंडा
शहर में दिन प्रतिदिन कोई न कोई बड़ी घटना सुनने को मिलती रहती है। जिस कारण आम जनता भी अचंभे में रहती है कि यह शहर में हो क्या रहा है। अभी कुछ समय पहले ही बठिंडा की ग्रीन सिटी में दविंदर गर्ग द्वारा अपने सारे परिवार को मौत के घाट उतारने के बाद खुद को भी गोली मार ली थी। इसके इलावा कमला नेहरू कालोनी में भी कत्ल होने का मामला सामने आया था। अभी तक यह मामले सुलझे भी नहीं थे
शहर में दिन प्रतिदिन कोई न कोई बड़ी घटना सुनने को मिलती रहती है। जिस कारण आम जनता भी अचंभे में रहती है कि यह शहर में हो क्या रहा है। अभी कुछ समय पहले ही बठिंडा की ग्रीन सिटी में दविंदर गर्ग द्वारा अपने सारे परिवार को मौत के घाट उतारने के बाद खुद को भी गोली मार ली थी। इसके इलावा कमला नेहरू कालोनी में भी कत्ल होने का मामला सामने आया था। अभी तक यह मामले सुलझे भी नहीं थे
कि आज फिर बठिंडा में एक सीआईडी अधिकारी द्वारा खुद को गोली मारने का समाचार प्राप्त हुआ है। प्राप्त जानकारी के अनुसार बठिंडा के बसंत विहार की गली नंबर 5 में उस समय सनसनी फैल गई,जब वहां रहने वाले एक रिटायर्ड सीआईडी इंस्पेक्टर ने खुद को सिर में गोली मार कर आत्महत्या कर ली,जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। इसकी सूचना मिलने पर थाना सिविल लाईन की पुलिस घटनास्थल पर पहुंची। सहारा जनसेवा की लाईफ सेविंग ब्रिगेड हैल्पलाईन टीम संदीप गिल,राजेंद्र कुमार मौके पर पहुंचे। पुलिस ने घटना की जांच की। सूत्रों अनुसार बंसत बिहार की गली नंबर 5 में रहने वाले 75 वर्षीय हरदेव सिंह लगभग 14 साल पहले पुलिस विभाग सीआईडी इंस्पेक्टर के पद से सेवा मुक्त हो गए थे। कुछ समय पहले उनकी पत्नी का भी देहांत हो गया था। वह काफी समय से बीमार चल रहे थे व मानसिक परेशान रहते थे। वह यहां पर अपने बेटे के पास रहते थे। प्रात उसने अपने कमरे अपने लाइसेंसी रिवालवर से गोली मार ली। सहारा जनसेवा टीम ने पुलिस कार्रवाई के बाद लाश को सिविल अस्पताल पहुंचाया। मृतक के पास से एक सोसाईड नोट भी मिला है। जिसमें उसने किसी को भी अपनी मौत का जि मेवार नहीं ठहराया है। पत्नी की मौत के बाद वह मानसिक परेशान रहने लगा था।