आयुष्मान योजना के बनाकर दिए जाली कार्ड  ,1000 रुपए प्रति कार्ड  लेकर ठग हुए रफू चक्कर

0
388
नीरज मंगला बरनाला |
सरकार द्वारा लोगों की सेहत सुविधा के लिए जरूरतमंद लोगों को उनका इलाज करवाने के लिए आयुष्मान योजना के अंतर्गत लाया गया और आयुष्मान योजना के अंतर्गत इलाज करवाने के लिए सरकार की तरफ से मुफ्त में इस योजना के कार्ड बनवा कर दिए गए पर कुछ लोगों द्वारा आयुष्मान योजना के जाली कार्ड बना कर देने के बदले मोटे पैसे ऐंठे जाने लगे ऐसे ही कई मामले तपा में भी देखे गए
इसी तरह की ठगी का शिकार हुए तपा सिटी वेलफेयर सोसाइटी के अध्यक्ष सतपाल गोयल, गोयल ने बताया अक्तूबर के महीने  की 28 तारीख को  तपा से ही उनके एक मित्र ने फोन कर बताया एक व्यक्ति आयुष्मान योजना के कार्ड बना रहा है तो वो  भी अपने मित्र की दुकान पर चले गए वहां पर एक व्यक्ति जो कि खुद अपना नाम कैफ़ी भुल्लर उर्फ जगरूप भुल्लर निवासी गांव अबुल खुराना तहसील मलोट का बता रहा था  और उसने आयुष्मान  सेहत योजना के कार्ड की कीमत एक हजार रुपए मांगी
जिसके लिए उन्होंने अपना और अपनी पत्नी का इस योजना के अंतर्गत कार्ड बनाने के लिए आधार कार्ड की फोटो कापी दे दी एक हफ्ते बाद वही व्यक्ति उसका और उसकी पत्नी का कार्ड उसके मित्र को दे कर  और 2000 रुपए दोनों कार्ड के लेकर चला गया उन्होंने बताया उक्त व्यक्ति द्वारा उन्हें बताया गया कि तपा में उसने 100 के क़रीब ऐसे कार्ड बनाए हैं गोयल ने आगे बताया उन्हें कुछ दिन पहले ही पता चला कि तपा में इस योजना के जाली कार्ड बनाए गए हैं उन्होंने बताया कि वह आज कल की टैक्नोलॉजी के बारे कुछ नहीं जानते हैं इस लिए उन्होंने यह कार्ड 14 जनवरी 21 को तपा के सरकारी अस्पताल में चैक करवाएं तो पता चला कि यह कार्ड तो जाली हैं
उन्होंने बताया कि उक्त ठग व्यक्ति के मुताबिक अगर  उसने 100 कार्ड बनाए हैं तो तपा से वह एक लाख रुपए ऐंठ कर ले गया है और पंजाब में बाकी जगह से कितनी ठगी की होगी , जिसके बाद उन्होंने एक पत्र लिखकर सेहत मंत्री पंजाब, मुख्यमंत्री पंजाब, डीजीपी पंजाब पुलिस से ऐसे व्यक्तियों पर जो भोले-भाले लोगों को ठगते हैं उन पर कार्रवाई करने की मांग की
इस बारे में जब पंजाब के सेहत मंत्री बलवीर सिंह सिद्धू से बात की तो उन्होंने बताया कि यह मामला उनके ध्यान में आ गया है और उन्होंने ने डीसी बरनाला को इस मामले में जांच के आदेश दे दिए हैं
इस बारे में जब डीसी बरनाला तेज प्रताप फूलका से बात करनी चाही तो उन्होंने फोन उठाना मुनासिब नहीं समझा

 

 

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here