नई दिल्ली
दिल्ली विधानसभा चुनाव में विवादित बयानों को लेकर चुनाव आयोग ने एक्शन लिया है। केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता अनुराग ठाकुर और भाजपा सांसद प्रवेश वर्मा के खिलाफ उनके बयानों को लेकर कार्रवाई करते हुए चुनाव आयोग ने बीजेपी से इन दोनों का नाम दिल्ली चुनाव के लिए स्टार प्रचारकों की लिस्ट से हटाने को कहा है। ऐसे में अब बीजेपी ने कहा है कि अनुराग और प्रवेश स्टार कैंपेनर की लिस्ट से हटे हैं लेकिन प्रचार तो कर ही सकते हैं। बता दें कि दिल्ली चुनाव के लिए एक जनसभा को संबोधित करते हुए अनुराग ठाकुर ने नारे लगवाए थे- ‘देश के गद्दारों को, गोली मारों… को’।
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, चुनाव आयोग ने अगली सूचना तक तुरंत प्रभाव से दिल्ली चुनाव के लिए बीजेपी की स्टार प्रचारकों की लिस्ट से अनुराग ठाकुर और प्रवेश सिंह वर्मा का नाम हटाने का आदेश दिया है। इसके अलावा चुनाव आयोग ने बीजेपी सांसद प्रवेश सिंह वर्मा को आदर्श आचार संहिता (एमसीसी) का उल्लंघन को लेकर नोटिस जारी किया। चुनाव आयोग ने उन्हें स्पष्टीकरण देने के लिए 30 जनवरी, दोपहर 12 बजे तक का समय दिया है।
दरअसल, इससे पहले चुनाव आयोग ने केन्द्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर को दिल्ली विधानसभा चुनाव में विवादित बयान देने के कारण चुनाव आचार संहिता का प्रथम दृष्टया उल्लंघन करार देते हुये मंगलवार को कारण बताओ नोटिस जारी कर दो दिन में जवाब देने को कहा था। आयोग द्वारा जारी नोटिस में ठाकुर से 30 जनवरी को दोपहर 12 बजे तक जवाब देने को कहा है। आयोग ने इस मामले में दिल्ली के मुख्य चुनाव अधिकारी (सीईओ) की रिपोर्ट के आधार पर यह कार्रवाई की है।
नोटिस में आयोग ने ठाकुर द्वारा 27 जनवरी को बुद्ध विहार स्थित मदर डेयरी के पास श्मशान घाट रोड पर एक जनसभा में धार्मिक सौहार्द्र को प्रभावित करने वाले नारे लगवाने की घटना का जिक्र करते हुये कहा कि इससे प्रथम दृष्टया चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन हुआ है। आयोग ने इस मामले में दिल्ली के सीईओ कार्यालय द्वारा मंगलवार को सौंपी गई रिपोर्ट के आधार पर यह कार्रवाई करते हुये ठाकुर को अपना पक्ष आयोग के समक्ष पेश करने को कहा है।
ठाकुर भाजपा के स्टार प्रचारक भी हैं। आयोग ने ठाकुर को भेजे नोटिस में उन्हें उक्त जनसभा के दौरान विवादित नारेबाजी करने के अलावा कुछ अन्य आपत्तिजनक बयान देने का भी जिक्र करते हुये उनके बयानों की प्रति भी नोटिस के साथ भेजी है। आयोग ने कहा कि ठाकुर ने जनसभा में एक वर्ग विशेष के लोगों को निशाना बनाते हुये नारे लगवाये थे।