मानसा, नरेश कुमार रिम्पी
कोविड -19 के फैलाय को रोकनो के लिए लगाए गए कर्फ़्यू दौरान नशा -छुड़ाओ प्रोगराम को बड़े स्तर पर सफलता हासिल हुई है, जिस के अंतर्गत कई पीडित मरीज़ों ने ओट कलीनिकें और नशा -छुड़ाओ केन्द्रों का रुख किया है। इस सम्बन्धित जानकारी देते सिवल सर्जन मानसा डा. लाल चंद ठकराल ने बताया कि इस को देखते हुए सेहत पर परिवार भलाई मंत्री पंजाब स. बलबीर सिंह सिद्धू ने इन ओट कलीनिकें और केन्द्रों का खुलने का समय प्रातःकाल 8बजे करन और नयी रजिस्ट्रेशनों के लिए अलग काउन्टर का प्रबंध करन की हिदायतें जारी की हैं।
सिवल सर्जन डा. लाल चंद ठकराल ने बताया कि ज़िलो में नशा -छुड़ाओ मुहिम के अंतर्गत मार्च महीने दौरान 138 नयी रजिस्ट्रेशन दर्ज की गई हैं जिस को ध्यान में रखते नशा -पीडितों के लिए सेहत विभाग चलो विशेष प्रबंध किये गए हैं, जिससे नये मरीज़ों को इलाज सेवाओं मुहैया करवाके नशा -मुक्त किया जा सके।
डा. लाल चंद ठकराल ने बताया कि नशा -छुड़ाओ केन्द्रों में दवा देने समय दौरान सामाजिक दूरी का ख़ास ध्यान रखा जा रहा है और मरीज़ों को सचेत किया जा रहा है कि कोरोना एक ख़तरनाक बीमारी है और यदि ज़्यादा बुख़ार, सूखी खाँसी और साँस लेने में मुश्किल होती है, तो वह लाज़िमी तौर पर तुरंत नज़दीकी सेहत केंद्र के साथ संपर्क करन।
उन कहा कि नशा -छुड़ाओ प्रोगराम का मुख्य मंतव्य गुमराह नौजवानों को फिर ज़िंदगी की रास्ता पर डालना है और इलाज मुहैया करवाके सेहतमंद करना है। उन बताया कि खोज फ्री हेल्पलाइन नंबर 104 पर दिन -रात डाक्टरी सेवाओं समेत नशा -छुड़ाओ प्रोगराम सम्बन्धित मुकम्मल जानकारी मुहैया करवाई जाती है।
डा. ठकराल ने बताया कि कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए पंजाब में कर्फ़्यू लगाया गया है, जिस का प्रभाव नशा -छुड़ाओ प्रोगराम पर पड़ रहा था।उन बताया कि इलाज सेवाओं न मिलने की सूरत में मरीज़ के इलाज छोड़ने की संभावना होती है जो कि मरीज़ के लिए घातक भी हो सकता है जिस के लिए अब घर लेजाने के लिए (टेक होम डोज़) दवा की मियाद 21 दिन तक कर दी गई है परन्तु यह दवा केवल सायकैटरिस्ट की सलाह उपरांत ही मरीज़ को जारी की जा रही है।