शक्ति जिदल,गिद्दडबाहा
ससुराल पक्ष की ओर से पीडि़ता विवाहिता जब इंसाफ की खातिर गिद्दड़बाहा थाने पहुंची तो पुलिस मुलाजिमों की ओर से उसके साथ ही मारपीट की गई। उसके बाद पीडि़ता की ओर से गिद्दड़बाहा के डीएसी को लिखित शिकायत भी दी गई। मगर चार दिन गुजर जाने के बाद भी पीडि़ता को इंसाफ दिलवाने के बजाए अब डीएसपी साहिब गंभीर मामले को छोटा मस्ला कह पुलिस प्रशासन की कारगुजारी पर सवाल खड़े कर रहे है। आखिरकार सोमवार को पीडि़ता की ओर से गिद्दड़बाहा विधायक अमरेन्द्र सिंह राजा वडिग़ की धर्मपत्नी श्रीमति अमृता कौर वडिंग से इंसाफ की गुहार लगाई तो उनकी ओर से पीडि़ता को इंसाफ दिलवाने का भरोसा दिलाया गया है।
पीडि़ता ने बताया कि उसकी शादी करीब ढ़ाई साल पहले गोनियाना खुर्द के सुरिद्र सिंह पुत्र सुरजीत सिंह के साथ हुई थी। उसके दो साल की लड़की है। शादी के बाद उसके साथ ससुराल वाले उससे मारपीट करते रहे। करीब चार माह पहले कथित आरोपियो ने उसको व उसकी बच्ची को घर से निकाल दिया। जिसके बाद वह अपने मायके घर गिद्दड़बाहा आकर रहने लगी।
इस दौरान गत 26 सितंबर 2019 को उसका पति व सास परमजीत कौर ने अचानक गिद्दड़बाहा पहुुंच उसकी बच्ची को घर से उठाकर साथ लेकर जाने लगे। जब वह उनके पीछे भागते हुए थाना गिद्दड़बाहा पहुंची तो कथित आरोपी थाने में दाखिल हो गए। जहां पर तैनात पुलिस मुलाजिमों ने उनकी कोई सुनवाई नही की। उल्टा पीडि़ता से मारपीट करने लगे। उसने आरोप लगाया कि थाने में तैनात तीन पुलिस मुलाजिमों ने उससे मारपीट की और उसे बिना किसी जुर्म के थाने में बंद कर दिया। इसके बाद उसने गिद्दड़बाहा के डीएसपी गुरतेज सिंह को लिखित में शिकायत की। मगर उसे वहा से भी इंसाफ नही मिला।
सोमवार को गिद्दड़बाहा पहुंची विधायक अमरेन्द्र सिंह राजा वडिंग की धर्मपत्नी श्रीमति अमृता कौर वडिंग से मिलकर पीडि़ता ने इंसाफ की गुहार लगाई। इस दौरान गिद्दड़बाहा के एसएचओ कृष्ण कुमार भी वही मौजुद थे। जिसके बाद श्रीमति अमृता कौर वडिंग ने मौके पर ही एसएचओ को मामला देख इंसाफ करने की बात कही। इस मामले बारे जब मीडिया की ओर से गिद्दड़बाहा के डीएसपी गुरतेज ङ्क्षसह से संर्पक किया गया तो उनका कहना था कि पीडि़ता की दरखवास्त उनके पास पहुंची थी, जिसे थाने भेजा गया है।