सरदूलगढ़,  शिरोमणी अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने आज कहा है कि आम आदमी पार्टी सरकार 186 करोड़ रूपये का मामूली मुआवजा जारी करके उन किसानों के घावों पर नमक छिड़का है, जिनकी फसलें बाढ़ के पानी से बर्बाद हो गई और कहा कि अकाली दल सरकार के खिलाफ तब तक आंदोलन जारी रखेगा जब तक कि किसानों और खेत मजूदरों को उचित मुआवजा जारी नही किया जाता है। यहां  पार्टी के एक दूसरे विशाल ‘धरने ’ को संबोधित  करते हुए अकाली दल अध्यक्ष ने कहा  सरकार ने संकटग्रस्त किसानों के लिए उसी दिन 186 करोड़ रूपये जारी किए, जिस दिन अकाली दल ने देवीगढ़ में पहला धरना दिया था। हालांकि यह राशि बहुत कम है और राज्य के किसानों को हुए नुकसान की आंशिक भरपाई भी नही करती है। यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि मुख्यमंत्री भगवंत मान के पास किसानों के लिए केवल 186 करोड़ रूपये हैं, लेकिन विज्ञापनों के माध्यम से अपनी पार्टी के प्रचार के लिए 750 करोड़ रूपये खर्च किए जा रहे हैं। उन्होने कहा कि अगर इस फिजुलखर्ची को रोक दिया जाए तो किसानों का मुआवजा तुरंत तीन गुना बढ़ाया जा सकता है।
यह कहते हुए कि  केवल अकाली दल  ही किसानों, गरीबों और व्यापारियों का सच्चा प्रतिनिधि है, सरदार बादल ने कहा राज्य में कई किसान संगठन बने हैं हालंाकि वे यह बताने में असमर्थ हैं कि सरकार के खिलाफ किसान संगठनों का पूरा आंदोलन निलंबित कर दिया गया, जबकि किसान की हत्या मुख्यमंत्री के आदेश पर की गई तथा उसे 10 लाख रूपये जारी किए गए। किसान संगठनों को अपने वादे पूरे करने चाहिए। किसानों का उपयोग केवल तोप के चारे के लिए नही किया जाना चाहिए।
बादल ने बताया कि कैसे आप सरकार पहले बाढ़ रोकथाम करने में विफल रही और फिर भाखड़ा और पोंग बांधों से पानी छोड़ने को नियंत्रित नही किया गया। उन्होने कहा इसके बाद जब राज्य में हजारों एकड़ जमीन जलमग्न हो गई तो आप के मंत्री और विधायक पीड़ित लोगों को कोई सहायता प्रदान करने के बजाय फोटो की राजनीति करने में व्यस्त रहे। उन्होने मैदान से गायब रहने और अपने बाॅस अरविंद केजरीवाल को मध्यप्रदेश और छतीसगढ़ ले जाने का विकल्प चुननेे के लिए मुख्यमंत्री की निंदा की क्योंकि उस समय राज्य के किसानों को उनकी सबसे ज्यादा जरूरत थी। बादल ने इस बारे में अन्य जानकारी देते हुए कहा कि कैसे सरकार ने राज्य की प्रमुख नदियों और नालों में हुई 60 दरारों में से किसी को भी नही रोका, जिनकी मरम्मत किसानों ने स्वयं की थी। उन्होने कहा,सरकार ने किसानों को डीजल, जेसीबी मशीनें यां नावें भी उपलब्ध नही कराई और इसे सामाजिक संगठनों , एसजीपीसी और यहां तक कि अकाली दल पर सब छोड़ दिया गया’’। उन्होने कहा कि उन्होने फाजिल्का/फिरोजपुर क्षेत्र में  उस समय आठ नौकाएं मुहैया कराई, जब आप मंत्री ने किसानों को कोई भी मदद देने से इंकार कर दिया था।
यह कहते हुए कि अकाली दल ने पंजाबियों को आप पार्टी के इरादों के बारे पहले ही आगाह कर दिया था, लेकिन वे बदलाव के नारे से बहक गए। उन्होने कहा, अब ये आम आदमी वातानुकूलित कमरों में बैठे नशे बेच रहे हैं , अवैध रेत खनन में लिप्त हैं, तथा राज्य में सभी अवैध गतिविधियों को संरक्षण दे रहे हैं। उन्होने चांद देने का वादा किया था, लेकिन सत्ता में आने के बाद उन्होने पूरी तरह से यू टर्न ले लिया। पूर्व मुख्यमंत्री सरदार परकाश सिंह बादल द्वारा शुरू की गई अधिकांश जन-समर्थक योजनाओं को बंद कर दिया और मौजूदा आटा-दाल कार्डों में से आधे को काट दिया गया।
सरदार बादल ने यह स्पष्ट किया कि अकाली दल सभी धार्मिक समूहों के अधिकारों के लिए खड़ा रहेगा। उन्होने वोटों के ध्रुवीकरण की साजिश के तहत जिस तरह से मणिपुर में ईसाइयों और देश के अन्य हिस्सोें में मुसलमानों को निशाना बनाए जाने की निंदा की है। बादल ने बताया कि किस तरह से पंजाब में मीडिया को डराया जा रहा है। उन्होने कहा,आप सरकार के खिलाफ अपना विरोध दर्ज कराने के लिए हजारों लोग एकत्र हुए हैं, लेकिन इसकी कोई गांरटी नही कि हमारी खबरें कल अखबारों में दिखेंगी, क्योंकि आप सरकार अखबार के मालिकों को धमकी देकर डरा रही है। उन्होने कहा कि अगर अखबार वालों ने अकाली दल को कवर किया तो उनके विज्ञापन काट दिए जाएंगें’’।
 
इस अवसर पर बठिंडा सांसद बीबा हरसिमरत कौर बादल ने कहा कि आम आदमी पार्टी के कार्यकाल के तहत नशे के खतरे में कई गुना बढ़ोतरी हो गई है। उन्होने कहा कि कैसे कृषि मंत्री गुरमीत सिंह खुडिडयां के घर के सामने नशे की ओवरडोज के कारण एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि रायकोट विधायक का निजी सहायक का परिवार खुलेआम मेडिकल नशे बेच रहा था। उन्होने कहा, इस सबसे पता चलता है कि आप विधायक ड्रग माफिया के साथ मिले हुए हैं और राज्य में नशे की तस्करी और लत में बढ़ोतरी के लिए सीधे तौर से मुख्यमंत्री जिम्मेदार है’’। उन्होने यह भी घोषणा की कि यदि आप सरकार ने सरदूलगढ़ मंडी में बाबा बहल दास जी वाला पुल के पुननिर्माण के लिए फंड जारी नही किए तो वह अपने सांसद निधि फंड से आवश्यक धन आवंटित करेंगीं।
वरिष्ठ नेता बलविंदर सिंह भूंदड़ ने कहा कि अब आप पार्टी के खिलाफ एकजुट होने का समय आ गया है, जिसने अकाली दल को बदनाम करके लोगों को मुर्ख बनाया लेकिन उनके लिए कुछ नही किया है। इस अवसर पर दिलराज सिंह भूंदड़, प्रेम अरोड़ा और डाॅ. निशान सिंह भी मौजूद थे।

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