द अपील न्यूज ब्यूरो,अलवर | राजस्थान पुलिस की गिरफ्त में आए हरियाणा पुलिस के 1 लाख रुपए के ईनामी वांटेड बदमाश विक्रम उर्फ गैंगस्टर पपला गुज्जर को उसके गुर्गों ने शुक्रवार को अलवर के बहरोड़ थाने से छुड़ा लिया. लॉकअप में बंद पपला को फिल्मी स्टाइल में बदमाश ताबड़तोड़ फायरिंग कर पुलिस की नाक के नीचे से लेकर फरार हो गए. अवलर पुलिस के लिए ये चौंकाने वाली घटना थी लेकिन पपला गुज्जर गैंग के लिए पुलिस पर फायरिंग कर उसकी गिरफ्त से बदमाश को छुड़ाना नई बात नहीं है. दो साल पहले सितंबर 2017 में भी पपला गुज्जर को उसकी गैंग के साथियों ने पुलिस पर फायरिंग कर छुड़ा लिया था. तब पुलिस उसे कोर्ट में पेश करने पहुंची थी. बदमाशों की फायरिंग में तब हरियाणा पुलिस के 4 पुलिसकर्मी घायल हो गए थे.
पड़ोसी राज्य हरियाणा के रेवाड़ी रेंज के कई जिलों में आतंक का पयार्य बना गैंगस्टर विक्रम उर्फ पपला गुज्जर कुछ साल पहले ही अपराध की दुनिया में चर्चा में आया था. बताया जाता है कि अपने गुरु शक्ति गुज्जर की हत्या का बदला लेने के लिए पपला ने अपराध की दुनिया में कदम रखा. इसके बाद देखते ही देखते विक्रम उर्फ पपला गुज्जर ने अपने दोस्त वीरेन साथ मिलकर हरियाणा में 4 हत्याओं को अंजाम देकर सनसनी फैला दी. हरियाणा पुलिस की नाक में दम करने वाला पपला जल्द ही हथियारों से लैस एक पूरी गैंग का सरगना बन गया. पुलिस ने भी उसकी धरपकड़ तेज कर दी.
पुलिस ने पपला के आतंक से परेशान होकर उसके ऊपर एक लाख रुपए के ईनाम की घोषणा की. नतीजा भी जल्द ही मिला और फरवरी 2016 में पुलिस का सूचना मिली की पपला अपने गांव में देखा गया है. हरियाणा पुलिस ने मौके का फायदा उठाते हुए दबिश दी और उसके गांव से दबोच लिया. गिरफ्तारी के समय पुलिस को पपला के पास से दो पिस्टल भी बरामद हुई. विक्रम उर्फ पपला पर हत्या के 4 मुकदमें, हत्या की कोशिश और लड़ाई-झगड़े के एक दर्जन से अधिक केस दर्ज हैं.
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