अमृतसर

शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के पूर्व सचिव कुलवंत सिंह रंधावा ने श्री अकाल तख्त साहिब के पूर्व जत्थेदार ज्ञानी गुरबचन सिंह सहित चारों सिंह साहिबान, पूर्व मुख्यमंत्री, शिरोमणि अकाली दल प्रधान और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।

श्री अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह के निजी सहायक जसपाल सिंह को ज्ञापन देकर रंधावा ने कहा कि उक्त लोग सिरसा के संत राम रहीम को माफी देकर गुरु पंथ की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के जिम्मेदार हैं। ऐसे में उनको श्री अकाल तख्त पर तलब कर स्पष्टीकरण मांगा जाए। इसके अलावा सन 2015 में अंतरिम कमेटी मैंबर्स सहित 27 सितम्बर 2015 को एकत्रित होकर माफी को ठीक ठहराने वाले प्रो. प्रेम सिंह चंदूमाजरा और उन सभी संप्रदायों के प्रमुखों से भी स्पष्टीकरण मांगा जाए, जिन्होंने इस फैसले को सही ठहराने के लिए अखबारों में इश्तिहार प्रकाशित करवाए थे और उनके बिल शिरोमणि कमेटी ने अदा किए थे। |

रंधावा ने कहा कि इस मामले में हालांकि तख्त श्री हरिमंदिर जी पटना साहिब के जत्थेदार ने बाद में स्पष्ट कर दिया है उन पर दबाव डाल कर फैसला करवाया गया। श्री अकाल तख्त साहिब के मौजूदा हैड ग्रंथी और तत्कालीन तख्त श्री दमदमा साहिब के जत्थेदार ज्ञानी गुरमुख सिंह ने कहा कि उनका जमीर जाग गया है और पांच प्यारों के सामने पेश होकर माफी भी मांगी, जिस पर जत्थेदारी से उतार कर हैड ग्रंथी लगा दिया गया।

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