नई दिल्ली
लगातार परमाणु हमले की धमकी दे रहे पाकिस्तान पर जवाबी हमला करने के लिए भारत पूरी तरह से तैयार है। देश जल्द ही 3500 किलोमीटर दूर तक मार करने वाली समुद्री परमाणु बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण करने जा रहा है।
रक्षा सूत्रों के मुताबिक पनडुब्बी से छोड़ी जाने वाली के-4 बैलिस्टिक मिसाइल की जांच लगभग पूरी हो चुकी है और शुक्रवार को अब्दुल कलाम मिसाइल परीक्षण स्थल से इसका परीक्षण किया जाएगा। इस परीक्षण के दौरान डीआरडीओ मिसाइल प्रणाली में उन्नत प्रणालियों का टैस्ट करेगा। 12 मीटर लम्बी के-4 सबमरीन लॉन्च बैलिस्टिक मिसाइल ठोस इंधन से भरी है और इसके वारहेड पर दो हजार किलोग्राम के परमाणु या पारम्परिक विस्फोटक रखे जा सकते हैं। इस मिसाइल के जरिये भारत दुश्मन के परमाणु हमले का प्रभावी जवाबी हमला करने की क्षमता हासिल कर लेगा।
के-4 मिसाइल को नौसेना में शामिल करने के बाद भारत को एक विश्वसनीय त्रिआयामी परमाणु क्षमता हासिल होगी। समुद्र के भीतर महीनों तक छिपी रहने की क्षमता वाली अरिहंत पनडुब्बी पर इस मिसाइल की तैनाती से पाकिस्तान व चीन ने पहले ही चिंता जाहिर की है। दोनों देशों ने पिछले साल कहा था कि भारत संयुक्त राष्ट्र के प्रावधानों का हनन कर रहा है।
भारत के पास पहले ही जमीन और विमान से परमाणु हथियार गिराने की क्षमता है। अब पनडुब्बी से परमाणु बम गिराने की क्षमता वाली मिसाइल के परीक्षण और तैनाती से भारत उस विशिष्ट कल्ब में शामिल होगा जो इस तरह की क्षमता रखते हैं। इस क्लब में अमरीका, रूस, चीन , फ्रांस और ब्रिटेन हैं। भारत ने जमीन से छोड़ी जाने वाली अग्नि श्रृंखला की बैलिस्टिक मिसाइलें सेना में पहले ही शामिल की है।