सोनू कांसल,मानसा/ बठिंडा
आम आदमी पार्टी (आप) ने गरीबों और दलित परिवारों से सम्बन्धित लड़कियों के विवाह के अवसर पर प्रदेश सरकार की ओर से दी जाती शगुन स्कीम 20 माह से ठप्प पड़े होने का सख्त नोटिस लेते हुए इस सरकारी लापरवाही को गरीब परिवारों की गरीबी और बेटियों का अपमान करार दिया है। आप की मानसा व बठिंडा जिला इकाई की ओर से जारी प्रेस बयान के द्वारा विधायक प्रिंसीपल बुद्धराम व जिला इंचार्ज चरणजीत सिंह अक्कांवाली ने बताया कि पिछली बादल सरकार की तरह सरकारी स्रोतों और खजाने को माफिया के हाथों लुटवा रही कैप्टन अमरिंदर सिंह सरकार के पास गरीब घरों की बेटियों को विवाह के मौके शगुन तक देने के लिए पैसे नहीं हैं। ऐसी असंवेदनशील सरकार को सत्ता में बने रहने के कोई नैतिक अधिकार नहीं है।
सरकार की ऐसी नालायकी गरीब-जरुरतमंदों की गरीबी का मजाक है। जिस को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि इससे शर्मनाक बात क्या हो सकती है कि शगुन योजना की हकदार बेटियां ससुराल घर जा कर खुद बेटे-बेटियों वाली हो गई हैं, परंतु उनको अपने विवाह के मौके मिलने वाला सरकारी शगुन अभी तक नसीब नहीं हुआ है। आप नेताओं ने कहा कि 2017 के चुनाव मौके कैप्टन अमरिंदर सिंह और कांग्रेस पार्टी ने अपने चुनाव मैनिफेस्टो में 51 हजार रुपए शगुन स्कीम देने का लिखित वायदा किया था, परंतु 51 हजार रुपए देने से पलट गई और साथ ही 20 महीनों से 21 हजार रुपए का शगुन देने से भी भाग गई है। आप नेताओं ने कहा कि यदि कैप्टन अमरिंदर सिंह सरकार ने एक महीने के अंदर-अंदर मानसा व बठिंडा जिले समेत सभी पंजाब की योग्य और जरूरतमंद बेटियों के रोके गए शगुन की राशि जारी न की तो आम आदमी पार्टी इस मुद्दे पर सरकार के विरूद्ध संघर्ष करने का ऐलान करेगी, जिस की शुरुआत मानसा व बठिंडा जिला हैडक्वाटर घेर कर की जाएगी।