केंद्र सरकार और किसान संगठनों की हुई मीटिंग असफल होने पर किसानो ने निकाला मोटरसाइकिल और ट्रैक्टर रोष मार्च

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नीरज मंगला / दविंदर शर्मा बरनाला |

खेती कानूनों के विरोध में  49वें दिन भी पंजाब में लगातार विरोध प्रदर्शन जारी रहा पिछले दिनों केंद्र सरकार और किसान संगठनों की बीच हुई  दूसरी मीटिंग भी असफल होने के कारण आज भारतीय किसान यूनियन एकता उगराहां की तरफ से बरनाला की दाना मंडी से लेकर कचहरी चौक तक शहर के बाजारों में से मोटरसाइकिल और ट्रैक्टर ट्राली ऊपर रोष मार्च निकाला
इस रोष मार्च में हजारों की संख्या में किसान, नौजवान और महिलाएं शामिल हुए किसान नेताओं ने कहा कि यह रोष मार्च केंद्र सरकार की किसानों प्रति गैर संजीदा सोच के रूप में किया गया है आज भारतीय किसान यूनियन उगराहां की तरफ से एक विशाल रैली का आयोजन किया गया है इस रैली का मकसद किसानों को खेती कानून बिलों के विरोध में जागृत करना और लामबंद करना है जिसके चलते 26-27 नवंबर को भारतीय किसान यूनियन उगराहां की तरफ से तकरीबन एक लाख से सवा लाख तक किसान बुजुर्ग महिलाएं नौजवान बच्चे दिल्ली की तरफ कूच करेंगे 26 और 27 नवंबर को दिल्ली का घेराव किया जाएगा दिल्ली जाने के लिए तैयारियां शुरू कर दी गई है इसके अलावा 21, 22 और 23 नवंबर को दिन के समय महिलाएं रोष मार्च गांवों में निकालेंगीं और रात को किसान और नौजवान मिसाल मार्च केंद्र सरकार के खिलाफ निकालेंगे
उन्होंने कहा कि दिल्ली जाने के लिए राशन और फंड इकट्ठा किए जा रहे हैं। पंजाब में से लाखों की संख्या में किसान अपने साधनों पर खनोरी और डबवाली के रास्ते से दिल्ली को रवाना होंगे किसानों ने दिल्ली सरकार की निंदा करते हुए कहा कि एक तरफ केजरीवाल किसान हितेषी कहलाने ने का ढोंग रच रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ कोरोना की आड़ में किसानों के संघर्ष को रोकने की कोशिश की जा रही है उन्होंने कहा कि केजरीवाल का किसान विरोधी चेहरा भी नंगा हो गया है।

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