द अपील न्यूज ब्यूरो। जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाए जाने के बाद सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। राज्य में व्यवस्था धीरे-धीरे सामान्य हो रही है। कश्मीर में उपजी कानून व्यवस्था की स्थिति के मद्देनजर बागवानी क्षेत्र को नुकसान से बचाने के लिए प्रशासन सक्रिय है। फल उत्पादकों और व्यापारियों को अपने सामान के निर्यात के लिए पर्याप्त संख्या में ट्रक उपलब्ध कराए जा रहे हैं। घाटी में इस समय फ्रूट सीजन चल रहा है। सेब और नाशपाती की फसल तैयार हो चुकी है। अगले कुछ दिनों में अखरोट भी तैयार होने लगेगा।
वादी में पांच अगस्त से जारी कानून व्यवस्था की स्थिति के कारण स्थानीय किसान और व्यापारी अपनी फसल को देश के अन्य भागों में ही नहीं कश्मीर के भीतर भी विभिन्न मंडियों में पहुंचाने में परेशान थे। इससे बागवानी क्षेत्र को भारी नुकसान पहुंचने लगा था। बागवानी क्षेत्र को हो रहे नुकसान का संज्ञान लेते हुए पुलवामा डिप्टी कमिश्नर सैयद आबिद रशिद ने परिवहन विभाग को विशेष सुरक्षा उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है। इस क्रम में जम्मू से अब हर दिन 185 ट्रक सेब निर्यात के लिए भी विशेष इंतजाम किए गए हैं।
परिवहन विभाग ने डिप्टी कमिशनर को 185 ट्रक सेब को जम्मू से लाने के दौरान सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम की जानकारी दी। इस दौरान उन्होंने बताया कि सभी विभागों में इन फ्रूट को ले जाने के दौरान सुरक्षा के सख्त निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावा उन्होंने कहा कि अगर किसी ने भी इस दौरान फ्रूट को दूसरे राज्य में भेजने में धांधली की तो वह बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं होगा।
इसके अलावा जिला प्रशासन की ओर से आवश्यक सुविधाओं को सुनिश्चित करने के लिए हितधारकों की बैठक भी बुलाई गई। उन्होंने कहा कि फल उत्पादकों या एजेंट जिला प्रशासन को किसी भी प्रकार की परेशानी हो तो वह पुलवामा के उपायुक्त कार्यालय से भी संपर्क कर सकते हैं।
क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय के निरीक्षकों ओवैस अहमद और बिलाल अहमद को विभिन्न मंडियों में फलों के सुचारू परिवहन को सुनिश्चित करने के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया था।