लुधियाना.दुष्कर्म पीड़िता के बच्चे को बहन को देने के बहाने ले जाने वाले दोनों सफाई कर्मचारियों ने एक महीने के दौरान 360 किलोमीटर यानि लुधियाना से देहरादून और बिजनौर में तीन जगह बच्चे को बेच डाला। जिसका खुलासा आरोपी सुरजीत और जसवीर ने पुलिस कस्टडी में किया। इसके बदले में उन्हें 50 हजार रुपए मिले। आरोपियों ने इन बयानों में तीन युवकों और एक महिला नाम बताया है, जिनकी मदद से बच्चा इतनी दूर तक पहुंचा। उक्त मामले में बच्चों की खरीद-फिरोख्त का बड़ा नेटवर्क सामने आने की आशंका है।
फिलहाल पुलिस दोनों आरोपियों को अदालत में पेश कर रिमांड पर लेगी। जिसमें कई और अहम खुलासे होने की आशंका है। जुलाई महीने में जब पीड़िता की डिलीवरी हुई तो परिवार उस बच्चे को रखने के हक में नहीं था। इसके बाद उन्होंने पीड़िता की मां से बात की और झूठ बोला कि उसकी बहन के पास कोई बच्चा नहीं है। अगर वो उसे दें दे तो वो उसे देगा। पीड़िता की मां ने बिना सोचे बच्चे को आरोपियों को थमा दिया। करीब 20 दिन बाद जब पीड़िता की मां ने डेहलों पुलिस को बयान दिए तो पुलिस ने दोनों आरोपियों को अरेस्ट किया।
पुलिस के मुताबिक आरोपी चाचा राज कुमार जिसने अपनी भतीजी के साथ दुष्कर्म किया, उसका डीएनए टैस्ट करवाया जाएगा, जिसे बच्चे के डीएनए से मैच करके भी देखा जाएगा। जहां उसकी देख-रेख संस्था के हाथों में दी गई है।