फिरोजपुर, धीरज गर्ग
किसान आंदोलन के बाद पंजाब में हताश हो चुकी भाजपा को अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पांच जनवरी की यात्रा से काफी आश है। भाजपा के नेता इस बात का दावा कर रहे हैं कि मोदी की रैली से पंजाब की चुनावी फिजा बदलेगी क्योंकि पीएम मोदी पंजाब के लिए काफी कुछ देने जा रहे हैं। पंजाब भाजपा के नेताओं को यह भी आशा है कि चंडीगढ़ पंजाब को मिल सकता है। अगर लंबे समय से लंबित यह मांग पूरी हो जाती है तो निश्चित तौर पर पंजाब में भाजपा को मजबूत सियासी जमीन मिल जाएगी। फिरोजपुर में होने वाली चुनावी रैली के जरिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पंजाब विधानसभा के लिए भाजपा का चुनावी बिगुल फूकेंगे। सियासी फिजा बदलने के लिए फिरोजपुर में यह विशाल रैली रखी गई है। इसमें लाखों लोगों के शिरकत करने की संभावना है। भाजपा ने बूथ स्तर पर ताकत झोंकनी शुरू कर दी है। पीएम हाऊस से कार्यक्रम फाइनल होने के बाद पंजाब भाजपा की बैठकों का दौर शुरु हो गया है। भाजपा ने उन सभी कार्यों का प्रचार करने की योजना तैयार की है, जो पीएम मोदी ने सत्ता संभालने के बाद पंजाब या सिख कौम के लिए किये हैं। जिसमें करतारपुर साहिब कॉरिडोर खोलना, सिखों की काली सूची को खत्म करना प्रमुख रखे गए हैं। जबकि इसके साथ ही सिख विरोधी दंगों में कार्रवाई, लंगर को जीएसटी से मुक्त करने व सिखों को सुरक्षित अफगानिस्तान से भारत लाने में केंद्र की मोदी सरकार ने काफी ठोस व सफलतापूर्वक कार्य किया है। वहीं पंजाब भाजपा के वरिष्ठ नेता यह कह रहे हैं कि पंजाब में पांच जनवरी का दिन ऐतहासिक होगा। पीएम मोदी कोई बड़ा तोहफा पंजाब को दे सकते हैं। 1966 के बाद से लंबित चली आ रही मांग चंडीगढ़ पंजाब को सौंपा जा सकता है और हरियाणा के लिए पैकेज घोषित किया जा सकता है। अगर यह भी नहीं होता तो पंजाब को सरहदी सूबा होने के कारण मोदी बड़ा पैकेज दे सकते हैं। फिरोजपुर में होने वाली इस महत्वपूर्ण रैली की खास बात यह होगी कि प्रधानमंत्री मोदी के साथ कैप्टन और ढींढसा भी मंच पर दिखाई देंगे। पंजाब में भाजपा इस बार पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह के साथ मिलकर चुनाव लड़ रही है। भाजपा पहली बार अकाली दल से अलग होकर चुनाव लड़ रही है, इसलिए उन पर यहां भीड़ जुटाने का भारी दबाव होना तय है। इसी वजह से सभी बड़े नेताओं को भीड़ इकट्ठी करने की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी।