बठिंडा.अनिल कुमार
कर्फ्यू के बीच 24-24 घंटे ड्यूटी कर कोरोना से जंग लड़ रहे पुलिस जवानों का हाल जानने के लिए आईजी अरुण कुमार मित्तल शनिवार को सड़कों पर उतरे। उन्होंने हर नाके पर गाड़ी रोककर ड्यूटी कर रहे जवानों का पहले हाल-चाल जाना और उसके बाद उनको विटामिन सी की गोलियां, पानी की बोतलें, ओडोमास बांटने के अलावा धूप से बचने के लिए छतरियों का प्रबंध किया। उनके साथ एसएसपी डाॅ. नानक सिंह भी मौजूद थे। आईजी ने कहा कि कर्फ्यू के दौरान पुलिस जवान लगातार 24-24 घंटे ड्यूटी दे रहे हैं।
ड्यूटी के दौरान इनकी सेहत ठीक रहे इसके लिए उन्होंने कुछ जरूरी चीजों का इन जवानों के लिए प्रबंध किया है ताकि इनकी सेहत ठीक रहे। हर नाके पर तैनात पुलिस जवानों को विटामिन सी की गोलियां दी जा रही हैं, रातों को मच्छरों से बचने के लिए ऑडोमास, पीने की पानी की बोतलें दी जा रही हैं। वहीं धूप से बचने के लिए हर नाके पर छतरियों का प्रबंध किया जा रहा है। एक-दो दिन में सभी नाकों पर तैनात पुलिस जवानों को ये सुविधा उपलब्ध करवा दी जाएगी। आईजी ने कहा कि जवान पूरी तरह से तंदरुस्त रहे इसलिए इनकी सेहत को फिट रखने के लिए हर तरह के प्रबंध किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि रेंज के अधीन आते बाकी जिलों के एसएसपीज को निर्देश जारी किए गए हैं कि ड्यूटी दे रहे जवानों की सेहत का ध्यान रखा जाए।
शहरवासियों से अपील : लोग कर्फ्यू का पालन करें, घरों में सुरक्षित रहें
आईजी एके मित्तल ने बठिंडा के लोगों से अपील की है कि वे अपने-अपने घरों में सुरक्षित रहें। पुलिस जवान आप लोगों की सुरक्षा के लिए दिन-रात ड्यूटी पर तैनात हैं। ऐसे में आपका भी फर्ज बनता है कि पुलिस-प्रशासन का सहयोग करें और घरों में रहें। उन्होंने शहर वासियों को कोरोना वायरस से बचाव के लिए कुछ सावधानियां बरतने को भी कहा है। जिसमें उन्होंने कहा कि आपस में कम से कम दो-दो मीटर दूरी बनाकर रखी जाए, मुंह पर हमेशा मास्क पहना जाए और जरूरत पड़ने पर दस्ताने भी पहने, मुंह नाक और आंखों को न छुआ जाए, अगर छूने की जरूरत पड़ती है तो हाथाें को अच्छी तरह से सेनेटाइज करके ही छुआ जाए।
हाथाें को समय-समय पर कम से 30 सेकेंड साबुन या सेनेटाइजर से साफ किया जाए, एक दूसरे से खाने-पीने वाली बोतल और गिलास आदि सांझा न किया जाए, अच्छी सेहत के लिए अच्छा खाना खाया जाए, रोजाना खाने-पीने में हल्दी, अदरक, लहसुन, लोंग, इलायची, तुलसी, काली मिर्च, हरी मिर्च आदि को शामिल किया जाए, समय-समय पर गर्म तरल पदार्थ जैसे चाय, काफी, सूप आदि पीते रहना चाहिए। गर्म दूध में हल्दी पीना बहुत ही लाभदायक है, कोई भी चीज ठंडी बिल्कुल न खाई जाए। पोष्टिक भोजन जरूरी है। अगर बुजुर्ग घरों में अकेले रहते हैं तो उनको अपने रिश्तेदारों व पारिवारिक मेंबरों के साथ बातचीत करती रहनी चाहिए।















