अनिल कुमार, बठिंडा
बठिंडा जिले की पुलिस टीम पर बुधवार को हमले की वारदात सामने आई है। पुलिस के मुताबिक प्रदेश की सीमा से सटे हरियाणा के सिरसा जिले में गांव देसुजोधा में ड्रग तस्करों को पकड़ने के लिए गई थी। वहां ग्रामीण पुलिस कार्रवाई के विरोध में उतर आए। बावजूद इसके पुलिस टीम नहीं रुकी तो लोगों ने पुलिस वालों हमला कर दिया। टीम को महिला-पुरुषों ने लाठी-डंडों से बुरी तरह पीटा और यहां तक कि गोली भी चलाई, पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई में फायरिंग की। एक पुलिस वाले और एक ग्रामीण को गोली लगी, जिनमें से ग्रामीण की मौत हो गई। साथ ही 6 पुलिस वाले और भी घायल हुए हैं।
घटना के बाद गांव में भारी तनाव बना हुआ है।थाना रामा में केस दर्ज करने के बाद जब आरोपियों से पूछताछ की गई तो उसमें देसुजोधा के एक युवक का नाम आया। इसी आधार पर पुलिस बुधवार सुबह उसे गिरफ्तार करने के लिए गांव में पहुंची थी। इस दौरान आरोपी तो भाग गया, मगर वहां ग्रामीणों ने पुलिस टीम पर हमला कर दिया। तनाव इतना बढ़ गया कि पुलिस पर ग्रामीणों ने हमला कर दिया। इसके बाद पुलिस भी हरकत में आई और दोनों ओर से गोलियां चल पड़ी।इस वारदात में गांव के जग्गा सिंह नामक एक एक व्यक्ति की गोली लगने से मौत हो गई, छाती में गोली लगनेे के बाद गंभीर जख्मी कॉन्स्टेबल कमलजीत सिंह को मैक्स अस्पताल में दाखिल करवाया गया है।
इसके अलावा एसआई जसकरण सिंह, हरजीवन, एएसआई गुरतेज सिंह, सुखदेव सिंह, कॉन्स्टेबल हरमीत सिंह व एक महिला पुलिस कर्मी भी घायल हो गए हैं।इस संबंध में सिरसा पुलिस ने केस दर्ज करते हुए पड़ताल शुरू कर दी है। चुनाव के समय में जब हथियार पास रखने की अनुमति नहीं है तो ऐसे में ग्रामीणों के पास हथियार कहां से आए यह बड़ा सवाल है। चुनाव के समय में इस तरह की घटना से कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। वहीं घटनाक्रम का एक वीडियो भी सामने आया है। इसमें ग्रामीणों को गोलियां चलाते पत्थरबाजी करते देखा जा सकता है।