बिजनौर

उत्तर प्रदेश के बिजनौर में सीजेएम अदालत में पेशी पर आए हत्या के आरोपी दो बदमाशों पर कोर्ट में शार्प शूटरों ने हमला कर दिया। इसमें मुख्य आरोपी शाहनवाज की मौत हो गई, जबकि दूसरा आरोपी फरार हो गया है। हमले में दो पुलिसकर्मियों को भी गोली लगी है।

बताया गया कि हमलावरों को कोर्ट परिसर में ही घेर लिया गया है। इस दौरान ऐसे हालात बने कि जज को भी भागकर जान बचानी पड़ी। वहीं कोर्ट परिसर को पूरी तरह सील किया गया है।

इसी साल 28 मई को नजीबाबाद में शॉपिंग कांप्लेक्स के कार्यालय में प्रॉपर्टी डीलर हाजी अहसान व उनके भांजे शादाब की नजीबाबाद में गोलियां बरसाकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में पुलिस ने दानिश को मुंबई और जब्बार व शाहनवाज को दिल्ली से दबोचा था।

मंगलवार को सीजीएम कोर्ट में जब्बार व शाहनवाज को पेशी पर लाया गया था जहां कोर्ट परिसर में पहले से मौजूद तीन शार्प शूटरों ने अंधाधुंध गोलियां बरसा दीं। घटना से मौके पर हड़कंप मच गया। वहीं वकीलों ने तीनों आरोपियों को घेरकर दबोच लिया। बताया गया कि इस दौरान तकरीबन बीस राउंड गोलियां चलीं।  

पुलिस के अनुसार हाजी अहसान के बेटे साहिल व उसके दो साथियों ने इस सनसनीखेज हमले को अंजाम दिया है। पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया है। हमले में शाहनवाज की मौके पर ही मौत हो गई जबकि जब्बार चकमा देकर फरार हो गया। दो पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हुए हैं।
सीओ नजीबाबाद प्रवीण कुमार सिंह के मुताबिक बसपा नेता की हत्या के बाद पुलिस पूछताछ में हुए खुलासे के मुताबिक जब्बार व दानिश ने प्रॉपर्टी डीलर हाजी अहसान व उनके भांजे की हत्या को अंजाम दिया था। हत्या शहनवाज ने कराई थी।
शाहनवाज ने रिमांड पर पूछताछ के दौरान केवल इतना ही बताया था कि बसपा नेता अहसान उसकी हत्या कराना चाहता था, इसलिए उसने अहसान की हत्या कराई। अहसान उसके अलावा नजीबाबाद के कई लोगों की हत्या कराने की योजना बना रहा था। वहीं मंगलवार को पेशी के दौरान तीनों बदमाशों पर कोर्ट में हुए इस हमले के बाद इस प्रकरण ने नया मोड़ ले लिया है। वहीं सुरक्षा व्यवस्था पर भी बड़े सवाल उठने लाजिमी हैं।

बसपा नेता के हत्या के प्रकरण में यह भी खुलासा हुआ था कि नजीबाबाद का डॉन बनने के साथ विधायक बनने की चाहत में हाजी अहसान व उनके भांजे की हत्या कराई गई थी। शाहनवाज अहसान को रास्ते से हटाकर जमीनों पर कब्जे करना चाहता था। साथ ही बड़े लोगों से रंगदारी मांगने का उसका इरादा था।

हत्या की साजिश रचने में शामिल नजीबाबाद के गांव उब्बनवाला निवासी शूटर इकरार, नगीना देहात के गांव टांडा माईदास निवासी अफजाल, गांव कनकपुर निवासी दानिश उर्फ सोनू, नजीबाबाद के मोहल्ला पठानपुरा जाफ्तागंज निवासी आसिफ, गांव पाना हीमपुर निवासी असलम व गांव अलावलपुर निवासी इरशाद को दबोचा था। इकरार के पास से एक तमंचा, दो कारतूस व इरशाद के पास से बाइक व उसके पुर्जे बरामद हुए थे जबकि बाइक को कटवा दिया गया था।

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