भाजपा नेताओं पर हमला करने वाले किसान नहीं, गुंडे थे: अश्वनी शर्मा

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अनिल कुमार,बठिंडा

भाजपा द्वारा पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर रखे गए समागम दौरान किसान संगठनों द्वारा की गई तोडफ़ोड़ व मारपीट में गंभीर घायल हुए भाजपा वर्कर रविंदर गुप्ता का हालचाल जानने भारतीय जनता पार्टी के पंजाब अध्यक्ष अश्वनी शर्मा शनिवार को बठिंडा पहुंचे। इस दौरान उन्होंने कहा कि शुक्रवार को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जयंती समागम स्थल पर तोडफ़ोड़ करने वालों पर जब तक पुलिस कार्रवाई नहीं करेगी, तब तक वह बठिंडा में रहेंगे। शर्मा ने आरोप लगाया कि जिन लोगों ने हमला किया था वे किसान नहीं थे बल्कि गुंडा तत्व थे।

अश्वनी शर्मा शनिवार को कड़ी सुरक्षा के बीच बठिंडा पहुंचे। जिस होटल में शर्मा रुके थे, पुलिस ने चारों तरफ से उस होटल को घेर रखा था। होटल जाने वाले हर रास्ते पर नाकाबंदी की गई थी। वहीं शर्मा के पहुंचने की जानकारी मिलते ही किसानों ने मित्तल मॉल के बाहर धरना लगा दिया। शुक्रवार को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर भाजपा को कई जगह किसानों के गुस्से का सामना करना पड़ा। बठिंडा में किसानों ने भारतीय जनता पार्टी के कार्यक्रम में घुसकर कुर्सियां आदि तोड़ दी थी। शुक्रवार के प्रदर्शन से अलर्ट जिला पुलिस ने सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए। शर्मा की सुरक्षा को लेकर उक्त एरिया को पुलिस छावनी में तबदील कर दिया गया। अश्वनी शर्मा के आगमन को लेकर जिला पुलिस द्वारा विभिन्न जगहों पर नाकाबंदी करते हुए करीब 900 पुलिस कर्मी तैनात किए गए थे। इस दौरान पत्रकारवार्ता दौरान शर्मा ने कहा कि समागम में खलल डालने को लेकर पुलिस की भूमिका की भी जांच होनी चाहिए। पुलिस की मौजूदगी में कांग्रेस की शह पर हमला किया गया था। कांग्रेसी मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के राज में प्रदेश में लोकतंत्र की हत्या की जा रही है व कानून व्यवस्था का बुरा हाल है। उन्होंने कहा कि किसानों ने जब कृषि कानूनों का विरोध शुरू किया था तब उनकी किसान नेताओं के साथ पंजाब में बैठक हुई थी। बैठक में किसानों ने अपनी तीन मांगें एमएसपी, मंडीकरण, एसडीएम पर अदालत में केस करने की बात रखी थी। इसे केंद्र सरकार ने मानते हुए कृषि कानूनों में संशोधन की बात कही थी। लेकिन किसान कानूनों को रद्द करने की मांग पर अड़े हैं। किसानों को अपनी जिद छोड़कर देश के भले के लिए आंदोलन खत्म कर देना चाहिए। सुखबीर सिंह बादल के बयान पर शर्मा ने कहा कि सुखबीर गलत बयान देकर पंजाब में अकाली दल की साख को बचाना चाहते हैं। बठिंडा के एसएसपी भूपिंदर जीत सिंह ने बताया कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष की सुरक्षा यकीनी बनाने के लिए 900 पुलिस कर्मी शहर के विभिन्न नाकाबंदी प्वाइंट पर तैनात किए गए हैं। इस दौरान अश्वनी शर्मा के साथ पंजाब महासचिव जीवन गुप्ता, पंजाब उप प्रधान दयाल सोढ़ी, पंजाब सचिव सुखपाल सरां, पंजाब प्रवक्ता अशोक भारती, राजेश बगा, मोहन लाल गर्ग, पंजाब मीडिया कन्वीनर सुनील सिंगला, भाजपा प्रदेश विशेष स्थाई आमंत्रित सदस्य शामलाल बंसल, गुलशन वधवा, मोहित गुप्ता, युवा नेता नवीन सिंगला, जिला शहरी प्रधान विनोद बिंटा, जिला उप प्रधान अशोक बालियांवाली, उमेश शर्मा, गुरविंदर भगता, आशूतोष तिवाड़ी, संदीप अग्रवाल, राजेश नोन्नी उप प्रधान, तरसेम गोयल, रवि मौर्या, रामपुकार ठाकुर, जयंत शर्मा मंडल प्रधान, वरिंदर शर्मा, नीरज जौड़ा, मंडल प्रधान सुखबीर चौधरी, मदन लाल गुप्ता के अलावा समस्त जिला भाजपा टीम उपस्थित थी।
-सीनियर कप्तान पुलिस से भी अश्वनी शर्मा द्वारा मुलाकात
भाजपा के प्रोग्राम में हंगामा करके तोडफ़ोड़ करने व भाजपा नेताओं पर हमला करके उन्हें जख्मी करने के मामले को लेकर अश्वनी शर्मा ने एसएसपी भुपिंदरजीत सिंह विर्क से भी मुलाकात की। उन्होंने कहा कि किसानों की उन्हें भी चिंता है और किसानों से हमदर्दी भी है। उन्होंने कहा कि किसी भी समस्या का समाधान हिंसा करना नहीं है तथा भाजपा नेताओं पर हमला करने वाले किसान नहीं हो सकते और गत दिवस भाजपा के प्रोग्राम में हमला करने वाले गुंडा तत्व ही थे। जिनके द्वारा मनप्रीत सिंह बादल की शह पर इस तरह की निंदनीय हरकत की गई। शर्मा ने एसएसपी से कहा कि बड़ी ही हैरानी वाली बात है कि पुलिस द्वारा अभी तक इस मामले में आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई। उन्होंने कहा कि अगर आरोपियों की खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई तो भाजपा द्वारा संघर्ष का रास्ता अपनाया जाएगा व वह भी अपनी टीम सहित तब तक बठिंडा में रहेंगे जब तक पुलिस द्वारा आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाती। उनके द्वारा बंद कमरे में भाजपा नेताओं के साथ बैठक भी की गई। उन्होंने कहा कि यह बिल किसानों के खिलाफ नहीं है बल्कि किसानों की शंकाओं को दूर करने के लिए सरकार मान भी गई है। रद्द करना कोई समाधान नहीं है। ऐसे में किसानों द्वारा पीएम की बातें सुननी जरूरी है ताकि उनकी शंकाओं को दूर करते हुए बिल को लागु करवाकर सक्षम किसान का आगाज किया जा सके।

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