मुंबई
रिलायंस जियो तीन साल बाद देश की सबसे बड़ी दूरसंचार कंपनी बन गई है। भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) द्वारा नवंबर 2019 के लिए जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक दूसरे स्थान पर एयरटेल और तीसरे पर वोडाफोन आइडिया आ गई हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक नवंबर 2019 में रिलायंस जियो का मार्केट शेयर 32.04 फीसदी हो गया था। वहीं भारती एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 28.35 फीसदी और वोडाफोन आइडिया की केवल 29.12 फीसदी रह गई। नवंबर में वोडाफोन को अक्तूबर के मुकाबले 3.64 करोड़ वायरलेस ग्राहकों का नुकसान हुआ, जिससे इसके मार्केट शेयर में 9.7 फीसदी का नुकसान उठाना पड़ा।
वहीं भारती एयरटेल ने वायरलाइन कैटेगिरी में 7,793 नए ग्राहकों को जोड़ा था। अक्तूबर 2019 में कंपनी को 8830 करोड़ ग्राहकों का नुकसान हुआ था।वायरलेस कैटेगिरी में कंपनी ने 16 लाख नए ग्राहकों को जोड़ा था।
वहीं रिलायंस जियों ने नवंबर महीनें में 56 लाख वायरलेस कैटेगिरी में नए ग्राहकों को अपने साथ में जोड़ा था। वायरलाइन कैटेगिरी में कंपनी की हिस्सेदारी 56.07 फीसदी से ज्यादा है। नवंबर महीने के अंत में कुल 117 मोबाइल ग्राहकों की संख्या 117 करोड़ थी। इस दौरान कुल 48.8 लाख मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी के आवेदन प्राप्त हुए थे।
1 अगस्त से लेकर 30 सितंबर 2019 तक इन दो महीनों में जियो की बल्ले-बल्ले रही है, क्योंकि इस दौरान 69,83,146 लोग जियो से जुड़े हैं, जबकि 23,84,610 लोगों ने एयरटेल के साथ छोड़ा है। इसी कड़ी में 25,76,726 लोगों ने वोडाफोन-आइडिया को बाय-बाय कहा है। हैरान करने वाली बात यह है कि बीएसएनएल पर लोगों को भरोसा कायम है, क्योंकि इन दो महीनों में 73,7,928 लोग बीएसएनएल से जुड़े हैं।
ट्राई के अनुसार मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ में सितंबर के महीने में कुल मोबाइल ग्राहक 7.54 करोड़ हो गए थे। अगस्त में इनकी संख्या 7.52 करोड़ थी। मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ में कुल 1.68 लाख नए मोबाइल ग्राहक जुड़े हैं। मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ में भारती एयरटेल के अगस्त में 1.49 करोड़ सब्सक्राइबर थे जो सितंबर में घटकर 1.48 करोड़ हो गए हैं। वोडाफोन आइडिया के 2.76 करोड़ ग्राहक थे जो सितंबर में घटकर 2.73 करोड़ हो गए हैं। वहीं बीएसएनएल के 63.8 लाख ग्राहक थे जो सितंबर में घटकर 63.7 लाख हो गए हैं।