नई दिल्ली

कोरोना वायरस संक्रमण के कारण वैश्विक मंदी की आशंका से शेसर बाजार में उथल-पुथल का सिलसिला जारी है। शुरुआती कारोबार में गिरने के बाद दोपहर तक कारोबार में तेजी दिखी, लेकिन कारोबार के आखिरी सत्र में बाजार गिरकर बंद हुए। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 810.98 अंक यानी 2.58 फीसदी की गिरावट के बाद 30,579.09 के स्तर पर बंद हुआ। वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 230.70 अंक यानी 2.51 फीसदी की गिरावट के बाद 8,966.70 के स्तर पर बंद हुआ।  मार्च 2017 के बाद निफ्टी पहली बार 9,000 के नीचे पहुंचा है।

बीएसई के एक सर्कुलर के मुताबिक यस बैंक के शेयरों को 20 मार्च से बीएसई इंडेक्स से हटाया जाएगा। बीएसई 30 में शामिल कंपनियों में बैंकों के शेयरों पर मंगलवार को भी दबाव रहा। एसबीआई, एचडीएफसी, आईसीआईसीआई बैंक, एक्सिस, बजाज फिनसर्व, इंडसइंड आदि के शेयरों गिरे। एनएसई पर जी एंटरटेनमेंट, इंड्सइंड बैंक, इंफ्राटेल, आईसीआईसीआई बैंक और बजाज फिनसर्व के शेयरों में सबसे ज्यादा गिरावट देखने को मिली। दमानी परिवार ने इंडिया सीमेंट्स में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाई, इस कारण कंपनी के शेयरों में उछाल दर्ज किया गया।

कारोबारियों के अनुसार, आर्थिक मंदी की आशंकाओं के बाद भी निवेशक हाल में गिरे शेयरों में खरीदारी कर रहे हैं। एशियाई बाजारों में जापान का निक्की, चीन का शंघाई कंपोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग बढ़त में चल रहा था। हालांकि दक्षिण कोरिया के कोस्पी में गिरावट चल रही थी। सोमवार को अमेरिकी बाजार में बड़ी गिरावट देखने को मिली। एसएंडपी 500 में करीब 12 प्रतिशत और नास्डैक में करीब 13 प्रतिशत की गिरावट रही। यह वॉल स्ट्रीट का 1987 के बाद का सबसे बुरा दिन रहा।

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