बठिंडा
थाना कैनाल कालोनी पुलिस ने परस राम नगर गली नंबर 29 ए में एक नकली वैक्सीन बनाने की फैक्टरी का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने फैक्टरी चलाने वाले दो लोगों को पकड़ा है। जिनकी पहचान पुरुषोत्तम दास उर्फ काला वासी गली 3 परस राम नगर और परमिंदरपाल सिंह वासी गली नंबर 29 ए परस राम नगर के तौर पर हुई है। पुलिस ने आरोपियों के ठिकाने से 3 हजार के करीब खाली शीशियां बरामद करने के अलावा अन्य साजो सामान बरामद किया है। आरोपियों को पुलिस रिमांड पर भेजकर उनसे पूछताछ शुरू कर दी है। प्राथमिक पूछताछ में ये बात सामने आई है कि आरोपी नकली वैक्सीन बनाने के लिए एसेटिक एसिड का प्रयोग करते थे। जिसका पशुओं के दूध की मात्रा बढ़ाने के साथ कोई संबंध नहीं है। माहिरों की मानें जो एक प्रकार का सिरका है जिसका पशुओं को दी जाने वाली वैक्सीन से कोई संबंध नहीं है। ये लोग बड़ी मात्रा के पानी लेकर उसमें उक्त एसिड मिलाकर डेयरी संचालकों को पशुओं का दूध बढ़ाने वाली वैक्सीन बढ़ाने का बोलकर बेचते थे।
पकड़ा गया पुरुषोत्तम दास उर्फ काला जो इस धंधे का मास्टर माइंड है वह परस राम नगर गली नंबर 29 ए में पुरुषोत्तम दास उर्फ काला के घर में फैक्टरी लगाकर ये धंधा पिछले कई सालों से कर रहा था। जिसे कैनाल पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर धर दबोचा। डीएसपी सिटी वन गुरजीत सिंह रोमाणा ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली कि परसराम नगर का रहने वाला पुरुषोत्तम दास उर्फ काला पतंगा वाला व परमिंदरपाल सिंह ने मिलकर पशुओं को लगने वाले नकली टीके तैयार करते हैं।
सूचना के आधार पर पुलिस ने आरोपियों के ठिकाने पर रेड वहां से 3 हजार के करीब खाली शीशियां बरामद कीं। आरेापियों ने पूछताछ में बताया कि वह एसेटिक एसिड का प्रयोग नकली वैक्सीन बनाने के लिए प्रयोग करते थे। नकली वैक्सीन बनाने के बाद ये लोग जिला बठिंडा में डेयरी का काम करने वाले लाेगों काे प्रति शीशी 700-750 रुपए में बेचते थे। जब से पशुओं के दूध बढ़ाने वाले वैक्सीन की बिक्री पर सरकार ने पाबंदी लगाई है तब से पुरुषोत्तम दास उर्फ काला पतंगा वाला पिछले कई सालों से इस धंधे में लगा हुआ था।
किसी को शक न हुआ ये लोगों को दिखाने के लिए कभी पतंगों का कारोबार करता था तो कभी फास्ट फूड की दुकान चलाता था। हाल ही में उसने एक गिफ्ट हाउस को शुरू करने की तैयारी कर ली थी, जिसका अभी शुभारंभ होना था लेकिन पुलिस ने उसे पहले ही गोरखधंधा करते हुए धर दबोचा।