बठिंडा, भ्रष्टाचार के खिलाफ लोगों को जागरुक करने व भ्रष्ट लोगों पर शिकंजा कसने के लिए विजिलेंस विभाग 27 अक्तूबर से 2 नवंबर तक जागरुकता सप्ताह का आयोजन करेगा। सीनियर कप्तान पुलिस विजीलेंस ब्यूरो पंजाब बठिंडा रेंज नरिन्दर भार्गव ने कहा कि रिश्वतखोरी को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। रिश्वत लेना और रिश्वत देना दोनों ही कानूनी जुर्म हैं। उन्होंने यह विचार जिले के अंदर 27 अक्तूबर मनाए जाने वाले भ्रष्टाचार विरोधी जागरूकता सप्ताह सम्बन्धित अपने दफ़्तर में 4 पड़ावों में 20 अलग-अलग विभागों के आधिकारियों के साथ की गई मीटिंग के दौरान सांझे किये।
मीटिंग दौरान भार्गव ने बताया कि ‘चौकस भारत, ख़ुशहाल भारत’ के नाम पर मनाए जा रहे इस सप्ताह का मुख्य मंतव्य अधिक से अधिक लोगों को रिश्वतखोरी के विरुद्ध जागरूक करवाना है। समाज में जहाँ इमानदारी एक जीवनशैली है वही रिश्वत एक लानत है जिसे सबी ने मिलजुलकर खत्म करना है। इसमें लोगों को बताया जाएगा कि अगर कोई अधिकारी, कर्मचारी किसी से काम के बदले पैसे की मांग करता है तो उसके खिलाफ कहा शिकायत दी जा सकती है व आरोपी को कानू के शिकंजे में लेने के लिए किस तरह से विजिलेंस विभाग की सहायता ली जा सकती है।
उन्होंने आधिकारियों को कहा कि वह अपने दफ़्तरी काम -काम को पारदर्शी ढंग के साथ अमल में लाने के लिए काम करे। आधिकारियों को विभागीय कामों के संबंध में सचेत करते कहा कि पिछले 6 महीनों से पुरानी शिकायतों का समय सिर निपटारा करना यकीनी बनाया जाए। विजीलैंस मामलों के साथ सम्बन्धित यदि किसी भी विभाग के पास कोई जानकारी बकाया है तो वह विजीलैंस ब्यूरो दफ़्तर में 31 अक्तूबर 2020 तक मुहैया करवानी यकीनी बनाई जाए ताकि उसमें पुख्ता एक्शन लिया जा सके। उन्होंने आधिकारियों को यह भी कहा कि इस सप्ताह दौरान हरेक विभाग की तरफ से रिश्वतखोरी के खिलाफ शपथ दिलाई जाना लाजिमी बनाया जाए। कर्मियों व अधिकारियों को शपथ में विभाग के काम इमानदारी से करने व लोगों को बिना किसी दिक्कत के सुविधा देने व किसी भी काम के बदले रिश्वत नहीं लेने के बारे में कहा जाए।
अंतरराष्ट्रीय महामारी कोविड -19 की फैली भयानक बीमारी के मद्देनज़र अलग -अलग पड़ावों में समूह विभागों के आधिकारियों के साथ की गई मीटिंगों दौरान सचिव रीजनल ट्रांसपोर्ट अथार्टी हरजोत कौर, जिला खजाना अफसर दलजीत सिंह और ए.ई.टी.सी. आवकारी संजीव मदान के इलावा अलग-अलग विभागों के अधिकारी और उनके प्रतिनिधि उपस्थित थे।