जल शक्ति अभ्यान का मंतव्य धरती निचले पानी के स्तर को बढ़ाना: अंजलि भावड़ा

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मानसा, कृषि विज्ञान केंद्र मानसा की तरफ से जल शक्ति अभ्यान के अंतर्गत दाना मंडी झुनीर में किसान मेला लगाया गया, जिस में 900 के करीब किसान वीरों और प्याराे ने शिरकत की। इस मौके अडीशनल सैक्ट्री श्रीमती अंजलि भावड़ा (आई.ए.ऐस.) ने बतौर मुख्य मेहमान के तौर पर शिरकत की। इस मौके डिप्टी कमिशनर श्रीमती अपनीत र्यात विशेष मेहमान के तौर पर पहुँचे। इस मौके उन कहा कि इस मुहिम का मंतव्य ज़िलो में धरती निचले पानी के लगातार और तेज़ी के साथ गिरते स्तर को थम डालना है। श्री कमलेश कुमार झील (आई.ए.ऐस) और श्री हरवीर सिंह विज्ञानी सी.ऐस.ऐम.आर.ऐस नयी दिली भी मौजूद थे।
श्रीमती अंजलि भावड़ा ने अपने संबोधन दौरान कहा कि हमें सभी पानी की संयम के साथ प्रयोग करनी चाहिए। उन कहा कि पानी का कोई भी बदल नहीं है। इस लिए पानी का दुरुपयोग को रोकनो साथ-साथ धरती निचले पानी को बढ़ाने सम्बन्धित भी उपराले करने चाहिएं। उन कहा कि पानी की संभाल की आदत होनी चाहिए और इस लिए किसी भी मुहिम का इंतज़ार नहीं करना चाहिए क्योंकि पानी के साथ ही मानवीय ज़िंदगी की होंद है। उन कहा कि जल शक्ति अभ्यान भारत सरकार की तरफ से 256 जिलों में आरंभ किया गया है, जिससे इन जिलों के 1592 ब्लाक जितना में पानी का स्तर बहुत तेज़ी के साथ नीचे गिर रहा है, में चेतनंता पैदा करके पानी की संभाल की जा सके। इस मौके उन्होंने कहा कि मानसा ज़िलो में अलग -अलग अदारों की तरफ से पानी की संभाल -संभाल के लिए कई श्लाघायोग्य कदम पुट्टे गए हैं।
इस मौके डिप्टी कमिशनर श्रीमती अपनीत र्यात फसलों, उद्योग और घरेलू स्तर पर पानी की सही ढंग के साथ प्रयोग करके और संयम के साथ बचत पर ज़ोर देते समाज के हर वर्ग को इस अभ्यान में अपना योगदान डालने के लिए प्रेरित किया। इस मौके उन पानी की महत्ता सम्बन्धित भी लोगों के साथ जानकारी सांझी की।
इस किसान मेलो में सीनियर भूमि विज्ञानी डा. इंद्र मोहन छींबा ने गेहूँ धान की फ़सल फ़सली चक्कर में रसायनिक खादों की सभ्य प्रयोग सम्बन्धित जानकारी दी। डा. प्रितपाल सिंह, सहायक प्रोफ़ैसर भूमि विज्ञान कृषि विज्ञान केंद्र, मानसा ने पंजाब कृषि यूनिवर्सिटी की तरफ से सिफारिश फसलों में पानी बचाने की तकनीकें जैसे कम समय लेने वाली धान की किस्मों की काश्त धान की सीधी बिजवाई और टैश्युमीटर का प्रयोग के साथ धान में पानी की बचत सम्बन्धित जानकारी दी।
डा. अनूरीत कौर सहायक फ़सल विज्ञानी खोज केंद्र बठिंडा लैजर लैड्ड लैवलर के साथ पानी की बचत और धान की मार्गों पर बिजवाई सम्बन्धित जानकारी सांझी की। डा.ए.ऐस. सोही, सीनियर कीट विज्ञानी ने धान और नरमे में सेट प्रबंधन सम्बन्धित जानकारी सांझी की। डा. जी.पी.ऐस. सोढी सहयोगी निर्देशक के.वी.के मानसा ने आए मेहमानों का जी आया को किया और कृषि विज्ञान केंद्र की तरफ से पानी की संभाल के लिए उलकियें पसार गति विधियों की विस्तार पहले जानकारी दी।

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