जम्मू कश्मीर का जितना नुकसान पिछले 6 महीने में हुआ, उतना 70 सालों में नहीं हुआ: गुलाम नबी आज़ाद

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जम्मू

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आज़ाद ने केंद्र सरकार पर तीखा हमले करते हुए कहा है कि जम्मू कश्मीर का पिछले सत्तर सालो में उतना नुकसान नहीं हुआ जितना मौजूदा सरकार ने पिछले छह महीनों में किया है। उन्होंने जम्मू कश्मीर पुलिस के निलंबित डीएसपी देविंदर सिंह के मामले में पारदर्शी जांच की भी मांग की है।

जम्मू कश्मीर के मौजूदा राजनीतिक हालातों और सुरक्षा परिदृश्य का जायज़ा लेने राज्यसभा में कांग्रेस के नेता गुलाम नबी आज़ाद और पार्टी की जम्मू कश्मीर की प्रभारी अम्बिका सोनी गुरूवार को दो दिनों के लिए जम्मू पहुंचे। जम्मू पहुंचते ही आज़ाद बीजेपी सरकार पर जम कर बरसे। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के मंत्री जम्मू कश्मीर में विकास देखने नहीं, बल्कि यह देखने आ रहे हैं कि पिछले डेढ़ साल में केंद्र सरकार ने जम्मू कश्मीर को कितना बर्बाद किया है।

उन्होंने कहा कि केंद्रीय नेता यह भी देखने आ रहे हैं कि नया कानून बनाने के बाद और राज्य के दो टुकड़े कर केंद्र शासित प्रदेश बनाने के बाद कितने हजार करोड़ का नुकसान राज्य को हुआ है। उन्होंने दावा किया कि जम्मू कश्मीर में पिछले छह महीने में हजारों करोड़ का नुक्सान पर्यटन से जुड़े लोग, फल व्यापारी, जम्मू में उद्योगपति और ट्रांसपोर्ट उठा चुके हैं। उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर का पिछले 70 साल में उतना नुकसान नहीं हुआ है, जितना बीजेपी ने एक झटके में किया है, पहले राज्यपाल शासन लगाकर और फिर केंद्र शासित प्रदेश बना कर दिया।

हाल की में जम्मू कश्मीर के दौरे पर आए विदेशी राजनयिकों के दौरे पर उन्होंने कहा कि दो बार बीजेपी ने देश की और दुनिया की आंखों में धूल झोंकने का ऐसा काम किया। उन्होंने आरोप लगाया कि जम्मू कश्मीर को केंद्र शासित प्रदेश बनाकर, जम्मू कश्मीर के नेताओं को जेल में भरकर, जम्मू कश्मीर में व्यापार को खत्म करके और जम्मू-कश्मीर में विपक्ष की राजनीतिक गतिविधियां खत्म करने की खबरों को दुनियाभर में टीवी और अखबारों ने दिखाया, फिर उसको धोने के लिए केंद्र सरकार ने अपनी मर्जी के और चुने हुए सांसद जम्मू कश्मीर भेजे।

उन्होंने कहा कि जिन भी विदेशी सांसदों या राजनयिको को जम्मू कश्मीर बुलाया जाता है, उन्हें यहां की सिविल सोसाइटी, विपक्ष के नेताओं और जम्मू कश्मीर की मीडिया से मिलने नहीं दिया जाता, ताकि जो कहानी सरकार ने बनाई है उसी को बेचा जाये। लेकिन, उन्होंने कहा कि उस कहानी को किसी ने नहीं खरीदा और कुछ दिन पहले विदेशी राजनयिकों को दोबारा बुलाया गया, जिसमें भारत के सब से पुराने दोस्त रूस को नहीं बुलाया गया।

जम्मू कश्मीर पुलिस के निष्काषित डीएसपी देवेंद्र सिंह मामले की जांच की वकालत करते हुए उन्होंने कहा कि इस जांच में यह देखा जाना चाहिये कि क्या देवेंद्र सिंह इस साजिश में अकेला था या उसके पीछे और भी कुछ लोग हैं। यह लोग कौन है उसकी भी जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि यह किसी एक शख्स का काम नहीं है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस इस जांच की पारदर्शिता में ज्यादा रूचि रखेगी कि इस सब के पीछे देवेंद्र सिंह अकेला था या उसके पीछे कोई और भी था।

 

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