अनिल कुमार,बठिंडा
केंद्र सरकार द्वारा बनाए तीन खेती कानूनों के खिलाफ जहां देश भर का किसान संघर्ष के रास्ता पड़ कर दिल्ली कूच कर चुका है वही प्रमुख किसान संगठनों के बुलावे पर आठ दिसंबर को भारत बंद की काल को लेकर आज बठिंडा में भी इस का प्रभाव दिखाई दिया जहां बाज़ार पूर्ण तौर पर बंद रहे वही किसानों द्वारा घनईया चौंक में जाम लगा कर सड़की यातायात ठप्प कर दिया गया। 31 किसान संगठनों के नेतृत्व में एकत्रित हुए किसानों ने केंद्र सरकार खिलाफ नारे लगाकर अपना रोष जाहिर किया और मांग की कि बनाए तीन खेती कानून और बिजली एक्ट 2020 को शुरू से रद्द किया जाए नहीं तो यह संघर्ष ओर तीखा रूप ले जाएगा जिसकी जि मेदारी केंद्र सरकार की होगी। इस मौके किसान नेताओं ने आरोप लगाते कहा कि जो केंद्र सरकार खेती कानून बना कर अब किसान संगठनों साथ मीटिंगों का ढोंग कर रही है वह सरासर गलत है और दिल्ली पहुंचा किसान यह कानून रद्द करवा कर ही वापिस पंजाब लौटेगा। इस मौके घनईया चौक में बड़ी सं या में महिलाएं और बच्चों ने शिरकत कर मोदी सरकार खिलाफ रोष प्रर्दशन किया। इस धरने दौरान शहर निवासियों द्वारा किसानों के लिए तरह तरह के लंगर भी लगाए गए और आर्थिक मदद भी की गई।