जम्मू

जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के बाद नजरबंद किए गए पीपुल्स कांफ्रेंस के नेता सज्जाद लोन और पीडीपी नेता वाहीद पारा को आज यानी बुधवार को रिहा कर दिया गया है। बीते साल पांच अगस्त के बाद उन्हें नजरबंद किया गया था।

जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाने के बाद नजरबंद किए गए नेताओं को धीरे-धीरे आजाद किया जा रहा है। इससे पहले नेशनल कॉन्फ्रेंस के तीन और पीडीपी के एक नेता को छह महीने बाद छोड़ा गया। इन्हें अगस्त में नजरबंद किया गया था।

इससे पहले जिन नेताओं को रिहा किया गया था उनमें नेशनल कॉन्फ्रेंस के अब्दुल माजीद लारमी, गुलाम नबी भट्ट और मो. शफी शामिल थे। साथ ही पीडीपी के एक नेता मो. युसुफ भट्ट को भी आजाद कर दिया गया था।

बीते महीने नेशनल कॉन्फ्रेंस के नाजीर गुरेजी, पूर्व मंत्री अब्दुल हक खान, मोहम्मग अब्बास और कांग्रेस के पूर्व विधायक हाजी अब्दुल राशिद को आजाद किया गया था।

जम्मू-कश्मीर से धारा-370 समाप्त होने के बाद कई दलों के कई नेताओं को नजरबंद कर रखा गया है। श्रीनगर के मौलाना आजाद रोड स्थित एमएलए हॉस्टल में कई नेताओं को रखा गया है। उनके बाहर आना-जाने पर पाबंदी है।

जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारुख अब्दुला, उमर अब्दुला और महबूबा मुफ्ती को पांच अगस्त से ही नजरबंद कर रखा गया है। उमर अब्दुला और महबूबा मुफ्ती को सरकारी बंगले में रखा गया है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक उमर अब्दुला को हाल ही में उनके घर में शिफ्ट कर दिया गया है।

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