चंडीगढ़
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह के साथ शीत युद्ध के चलते काफी लंबे समय से चुप्पी धारण किए बैठे पूर्व कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने फिर से राजनीतिक सक्रियता दिखानी शुरू कर दी है। उन्होंने अपना यू-ट्यूब चैनल लांच किया है। इस मौके पर अपनी चुप्पी तोड़ते हुए उन्होंने कहा है कि पंजाब पर सिर्फ 4-5 लोगों का कब्जा है। पतझड़ आई है तो चली भी जाएगी। लोगों की ताकत उनके पास वापिस आएगी।
लोगों से संबाद करने के लिए सिद्धू ने अपना यू-ट्यूब चैनल शुरू कर अपनी पहली वीडियो पोस्ट की, जिसका शीर्षक ‘आस ते विश्वास’ है और चैनल का नाम ‘जित्तेगा पंजाब’ रखा गया है। इस चैनल पर लोग राज्य की तरक्की से जुड़े मुद्दों, गोष्टियां, मुलाकातें और संवाद के द्वारा अपने विचारों का सिद्धू के साथ आदान-प्रदान कर सकेंगे। उन्होंने बताया कि यह चैनल पंजाब को फिर से प्रगति के पथ पर ले जाने के प्रयत्न का एक प्लेटफार्म होगा। 9 महीने के आत्म मंथन और आत्म उत्थान के बाद पूर्व मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू अब पंजाब के ज्वलंत मुद्दों पर आवाज बुलंद करेंगे।
इसके द्वारा पंजाब की प्रगति के लिए एक कल्याणकारी राज्य के तौर पर करने के लिए रोड मेप तैयार किया जाएगा। फरवरी के अंत में नवजोत सिंह सिद्धू ने कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रधान सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी के साथ मुलाकात की थी। मुलाकात के बाद सिद्धू ने कहा था कि उन्होंने हाईकमान को पंजाब के मौजूदा हालातों के बारे जानकारी दी थी। उधर प्रताप सिंह बाजवा की तरह पिछले महीने विधायक प्रगट सिंह ने भी मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह को चिट्ठी लिख कर जनता के साथ किए वायदे पूरे न करने का आरोप लगाया था। हालांकि चिट्ठी के बाद प्रगट सिंह की कैप्टन के साथ मुलाकात भी हुई थी लेकिन फिर भी उनके सुर ढ़ीले नहीं पड़े थे। बता दें कि गत दिवस भी सिद्धू को पंजाब भवन से बाहर निकलते हुए देखा गया था लेकिन सिद्धू की कांग्रेस हाईकमान के साथ कोई मुलाकात हुई है या नहीं, इस पर सस्पेंस बना हुआ है।