जालंधर| शिरोमणि अकाली दल के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया ने पुलिस के अधिकारियों और जालंधर सेंट्रल के विधायक रमन अरोड़ा पर आपसी मिलीभगत के आरोप लगाए। उन्होंने आरोप लगाया कि SHO नवदीप सिंह को सस्पेंड होने और लाइन हाजिर होने के बावजूद इसलिए बार-बार शहर के थानों में लगाया जा रहा था क्योंकि उसकी आप विधायक रमन अरोड़ा और नशा तस्करों से साठगांठ थी।
मजीठिया ने जालंधर थाना डिवीजन नंबर 1 के पूर्व एसएचओ नवदीप सिंह को लेकर कहा कि वह ही विवादित व्यक्ति है। उन्होंने खुलासा किया कि नवदीप को थाना रामामंडी, थाना 8 और थाना 1 में तैनात किया जाता रहा। उन्होंने कहा कि नवदीप पहले भी डिसमिस हो चुका है। मजीठिया ने आरोप लगाया कि वह ऑस्ट्रेलिया में गया वहां पर अपनी कारगुजारियों के कारण डिपोर्ट हो गया था।
बिक्रम मजीठिया ने कहा कि जब नवदीप सिंह रामामंडी थाने में तैनात था तो वहां पर एक निजी स्कूल में 35 लाख रुपए की चोरी हुई थी। उस केस में पुलिस के मुलाजिमों ने आठ लाख की रिकवरी दिखाई थी और शेष पैसा खुर्द बुर्द कर गए थे। इस केस में ASI मनीष को केस में नामजद कर लिया गया था, जबकि तत्कालीन थाना प्रभारी नवदीप केस में से साफ निकाल कर लाइन हाजिर कर बचा लिया था।
उन्होंने कहा कि नवदीप को बचाने में जालंधर सेंट्रल के विधायक रमन अरोड़ा का हाथ था। कुछ दिन लाइन में रखने के बाद फिर से उसे सरकार की कृपा से शहर में ही थाना प्रभारी लगा दिया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि नवदीप की शराब तस्कर सोनू टैंकर के साथ भी हिस्सेदारी है। इसमें विधायक रमन अरोड़ा भी शामिल हैं। तभी तो यह सब मिलकर उसका बर्थडे केक काटने जाते हैं। बर्थडे केक काटने की फोटो भी सार्वजनिक की।
दो करोड़ की कोठी में रहता है नवदीप का परिवार
अकाली नेता ने कहा कि एक थाना प्रभारी का इतना स्टैंडर्ड है कि वह सूर्या ऐनक्लेव में 2 करीब करोड़ रूपए की लागत से बनी कोठी में रहता है। उसके पास इतना पैसा आ कहां से रहा है। यह सारा पैसा नशा तस्करों की मिलीभगत से उसके पास आ रहा है। उन्होंने कहा कि नवदीप को इसलिए नहीं पकड़ा जा रहा क्योंकि नेताओं के हाथ नवदीप के साथ है।
इस दौरान उन्होंने सेंट्रल के एसीपी निर्मल सिंह पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि नवदीप की ट्रांसफर करने के मामले में एसीपी शामिल रहे हैं। उन्होंने नवदीप के साथ एसीपी के संबंधों को लेकर कई निशाने साधे हैं। उन्होंने कहा कि नवदीप को फरार हुए 25 दिन हो गए हैं, लेकिन उसकी फोटो सम्मानित किए जाने की अभी तक थाने से हटाई नहीं गई है।