नई दिल्ली
नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ दिल्ली के शाहीनबाग में बीते 50 से अधिक दिनों से प्रदर्शन जारी है। मगर शाहीनबाग प्रदर्शन के दौरान मां के साथ गोद में आने वाले चार माह के एक बच्चे की मौत की खबर है। दरअसल, चार महीने का बच्चा मोहम्मद जहान हर रोज शाहीनबाग में प्रदर्शन में शामिल होने अपनी मां के साथ आता था। लोगों के बीच वह काफी लोकप्रिय था। वे बारी-बारी से उसे अपनी गोद में लेते और गालों पर तिरंगा बनाते थे। लेकिन अब मोहम्मद जहान शाहीनबाग में नजर नहीं आएगा। पिछले हफ्ते हांड़ कंपा देने वाली सर्दी की चपेट में आने के कारण उसकी मौत हो गई।
हालांकि, उसकी मां का कहना है कि वह आगे भी प्रदर्शन में हिस्सा लेगी, क्योंकि यह उसके बच्चों के भविष्य के लिए है। मासूम के माता-पिता मोहम्मद आरिफ और नाजिया बाटला हाउस इलाके में एक छोटी सी झोपड़ी में रहते हैं। बरेली के रहने वाले इस दंपति की 5 साल की बेटी और एक साल का बेटा भी है। आरिफ एक एम्ब्रॉयडरी कारीगर होने के साथ-साथ ई-रिक्शा भी चलाता है। उसकी पत्नी भी एम्ब्रॉयडरी के काम में उसकी मदद करती है।
बता दें कि नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ में दिल्ली के शाहीनबाग में न सिर्फ प्रदर्शन जारी है, बल्कि नोएडा को कालिंदी कुंज से जोड़ने वाली सड़क को भी बंद कर दिया गया है। इस सड़क को बंद हुए 50 दिन से अधिक हो गए हैं। इसके बंद होने से यातायात पर काफी बुरा असर पड़ रहा है। इस कानून के खिलाफ में बड़ी संख्या में लोग धरने पर बैठे हैं और इस कानून को वापस लेने की मांग कर रहे हैं।
मगर बीते दिनों स्थानीय लोगों के एक समूह ने नोएडा को कालिंदी कुंज से जोड़ने वाली सड़क से अवरोधक हटाने की मांग को लेकर दिल्ली के शाहीनबाग में सीएए विरोधी धरना स्थल के निकट रविवार को प्रदर्शन किया। पुलिस ने बताया कि प्रदर्शनकारियों ने मांग की कि संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ एक महीने से अधिक समय से धरने पर बैठे लोगों को जगह खाली कर देनी चाहिए क्योंकि यात्रियों को कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है।
बीते शनिवार को शाहीनबाग में 25 साल के एक युवक ने हवा में दो गोलियां चलाई, जिसे बाद में हिरासत में ले लिया गया। इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ।